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डॉ. अच्यूत सामंत को गांधी मंडेला शांति पुरस्कार

कलिग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (कीट) और कलिग इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइसेज के संस्थापक डॉ. अच्यूत सामंत को ग ुरुवार को गांधी मंडेला शांति पुरस्कार 2019 पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Jul 2019 04:42 PM (IST)Updated: Mon, 15 Jul 2019 06:41 AM (IST)
डॉ. अच्यूत सामंत को गांधी मंडेला शांति पुरस्कार
डॉ. अच्यूत सामंत को गांधी मंडेला शांति पुरस्कार

जासं, भुवनेश्वर : कलिग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (कीट) और कलिग इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (कीस) के संस्थापक डॉ. अच्यूत सामंत को गुरुवार को गांधी मंडेला शांति पुरस्कार- 2019 से सम्मानित किया गया। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की कल्पना और परिकल्पना गांधी मंडेला पीस इनिसिएटिव की तरफ से विलीव फाउंडेशन, डॉ. रमन भाई पटेल फाउंडेशन, अफ्रीका राइजिग फाउंडेशन, संडे गाíजयन फाउंडेशन और गोदरेज द्वारा की गई है। अंतरिक्ष में प्रभाव के लिए नई दिल्ली में डॉ. सामंत को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। इस मौके पर डॉ. सामंत ने कहा कि मैं इस पुरस्कार को भूख, गरीबी और अशिक्षा के खिलाफ लड़ रहे योद्धाओं को समर्पित करता हूं। उन्होंने कहा कि कैसे ओडिशा के कीट और कीस में गांधी और मंडेला दोनों महान व्यक्तित्व के दर्शन को समाहित किया गया है। गांधी और मंडेला दोनों ही महापुरुष थे। उन्होंने अपने मानवीय सिद्धांतों और दर्शन के माध्यम से अपने राष्ट्र के गौरव को ऊंचाइयों तक पहुंचाया। लक्ष्य प्राप्त होने तक वे आगे बढ़े। दोनों नेताओं ने राष्ट्र का नेतृत्व किया, अपने जीवन को बदल दिया और अनगिनत लोगों को प्रेरित किया। डॉ. सामंत ने कहा गांधी और मंडेला ने स्वतंत्रता और शांति प्राप्त करने के लिए शिक्षा पर जोर दिया। शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसका उपयोग आप दुनिया को बदलने के लिए कर सकते हैं।

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