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Odisha: केंद्रीय मंत्री प्रताप षडंगी बालेश्वर में सड़क हादसे में घायल

Odisha केंद्रीय मंत्री प्रताप षडंगी की कार में रविवार को ओडिशा में बालेश्वर जिले में एक ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी जिससे वह जख्मी हो गए। उन्हें नजदीकी अस्पताल में दाखिल कराया गया है जहां उनकी हालत खतरे से बाहर है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 09 May 2021 06:31 PM (IST)Updated: Sun, 09 May 2021 06:54 PM (IST)
Odisha: केंद्रीय मंत्री प्रताप षडंगी बालेश्वर में सड़क हादसे में घायल
केंद्रीय मंत्री प्रताप षडंगी सड़क हादसे में घायल। फाइल फोटो

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। Odisha: केंद्रीय मंत्री प्रताप षडंगी की कार बालेश्वर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। दुर्घटना में षडंगी को चोट लगी है। बालेश्वर जिले के नीलगिरी पुड़ाशूल चौक पर दुर्घटना हुई है। षडंगी की कार को एक ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी। दुर्घटना में षडंगी, उनका पीए, पीएसओ व ड्राइवर भी घायल हुआ है। नीलगिरी मेडिकल में षडंगी व उनके पीए व ड्राइवर को भर्ती किए जाने के बाद बालेश्वर रेफर कर दिया गया है। षडंगी नीलगिरी बढ़ेईपला इलाके में एक किडनी मरीज की मदद के लिए जा रहे थे। अचानक नीलगिरी-सेरगड़ व उदला राज्य राजमार्ग पर पोड़ाशोल के पास एक ट्रैक्टर ने उनकी कार को टक्कर मार दी। हादसे में मंत्री की इनोवा कार के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। मंत्री के मुंह, नाक व बाएं पैर में चोट लगी है। ट्रैक्टर चालक को नीलगिरी पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की जा रही है।

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गौरतलब है कि प्रताप षडंगी को लोग ओडिशा का मोदी भी कहते हैं। गत लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ओडिशा में 21 में से आठ सीटों पर जीत दर्ज की थी। प्रताप षडंगी अविवाहित हैं और पूरी तनमता के साथ समाजसेवा में जुटे रहते हैं। सोशल मीडिया पर प्रताप षडंगी के कामों की खूब चर्चा भी होती है।भाजपा नेता सुनील देवधर ने भी सारंगी के बारे में ट्वीट करते हुए बताया था मिलिए बालासोर के भाजपा के नए सांसद प्रताप षडंगी से। एक व्यक्ति जिसके लिए समाजसेवा और परोपकार व्यक्तिगत सुख से बढ़कर है। षडंगी ने नीलगिरि के फकीर कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है। वह 2004 और 2009 में नीलगिरि से विधायक भी रहे, 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेडी के रबींद्र जेना से हार गए थे। 2019 में बीजेपी ने फिर षडंगी पर भरोसा किया और इस बार षडंगी ने पार्टी के भरोसे को सही साबित करते हुए जीत दर्ज की। पीएम मोदी की तरह उनका भी जीवन सादा रहा है। षडंगी भी बचपन से मोदी की तरह आध्‍यात्‍मिक थे। साधु बनन के लिए कई बार रामकृष्‍ण मठ भी गए, मगर माता की सेवा के करने की बात कह कर उन्‍हें हर बार लौटा दिया था।


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