तांत्रिक की पिटाई से किशोरी बेहाल
आधुनिक एवं वैज्ञानिक युग में भी अंधविश्वास अत्याचार कायम है। एक ऐसा ही वाकया बालेश्
बालेश्वर : आधुनिक एवं वैज्ञानिक युग में भी अंधविश्वास अत्याचार कायम है। एक ऐसा ही वाकया बालेश्वर जिला के नीलगिरी विधानसभा क्षेत्र के वाहानगा ब्लॉक में सामने आया है। ब्लॉक अन्तर्गत जयपुर गांव की 17 वर्षीय किशोरी पिछले करीब तीन साल से अस्वस्थ थी। परिवार के लोगों ने उसे कुछ डॉक्टरों को दिखाया मगर वह ठीक नहीं हुई। इसके बाद परिजन उसे दिवाकर नामक तांत्रिक के पास ले गए। तांत्रिक ने किशोरी पर भूत-प्रेत का साया बताया। परिवार वाले तांत्रिक की बातों में आ गए और उसके कहने पर गुरुवार की दोपहर को गांव में झाड़-फूंक का कार्य शुरू हुआ। इस दौरान तांत्रिक किशोरी को बेत से पीटते हुए घर से करीब आधा किलोमीटर तक ले गया। किशोरी बार-बार तांत्रिक का पैर पकड़ रही थी, मगर वह उसे पीटते जा रहा था। इस दौरान स्थानीय लोग तमाशबीन बने रहे और किसी ने न तो प्रतिरोध किया और न ही पुलिस को सूचना दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली घटना नहीं है, इस तरह की घटना आए दिन नीलगिरी इलाके में होती है। लोगों का कहना है कि प्रशासन की ओर से इस तरह की घटना को रोकने के लिए ना कोई पहल की जा रही है और ना ही किसी प्रकार का जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है।