परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम स्वदेशी पृथ्वी-2 मिसाइल का सफल परीक्षण
दो इंजन वाले पृथ्वी दो प्रक्षेपास्त्र की लम्बाई 9 मीटर, चौड़ाई 1 मीटर और वजन 4600 किग्रा. है। यह 500 किग्रा. तक विस्फोटक ढोने की क्षमता रखती है।
By BabitaEdited By: Published: Wed, 07 Feb 2018 01:18 PM (IST)Updated: Wed, 07 Feb 2018 04:20 PM (IST)
v style="text-align: justify;">बालेश्वर, जेएनएन। देश में विकसित परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम बैलेस्टिक मिसाइल पृथ्वी दो का बुधवार को ओडि़शा तट के चांदीपुर स्थित अंतरिम परीक्षण स्थल (आईटीआर) से सफलता पूर्वक परीक्षण किया गया। 11:35 बजे इस मिसाइल को एक मोबाइल लांचर से दागा गया। सम्पूर्ण स्वदेशी ज्ञान कौशल से निर्मित यह मिसाइल सैन्य बल में पहली ही शामिल हो चुकी है। रणनीतिक बल कमान के विशेष समूह की सैन्य यूनिट इसका रखरखाव करती हैं।
दो इंजन वाले पृथ्वी दो प्रक्षेपास्त्र की लम्बाई 9 मीटर, चौड़ाई 1 मीटर और वजन 4600 किग्रा. है। यह 500 किग्रा. तक विस्फोटक ढोने की क्षमता रखती है। नौवाहन प्रणाली से सुसज्जित यह मिसाइल दुश्मन के मिसाइल को चकमा दे सकती है। इसकी मारक क्षमता अलग अलग है। यह तरल एवं ठोस दोनों प्रकार के इंधन से संचालित होती है। अपने साथ परंपरागत और परमाणुपेलोड दोनों को ले जाने में सक्षम है। सेना की ओर से किया गया आज का परीक्षण सम्पूर्ण रूप से सफल रहा। इस मिसाइल का प्रायोगिक परीक्षण सेना के विशेष समूह स्ट्रेटजिक फोर्स कमाण्ड (एसएफसी) की ओर से किया गया।
देश के प्रतिष्ठित इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलेपमेंट प्रोग्राम (आईजीएमडीपी) के तहत विकसित प्रथम बैलेस्टिक मिसाइल दोहरे इंजन से संचालित होती है। इस मिसाइल के प्रक्षेपम का विश्लेषण करने के लिए समूचे प्रक्षेप पथ पर अत्याधुनिक रडारों एवं विभिन्न जगहों पर स्थित इलेक्ट्रो आप्टिक टेलीमेट्री केन्द्रों से नजर रखी गई थी। पृथ्वी दो आधुनिक जणत्वीय निर्देशन व्यवस्था का प्रयोग होता है और प्रक्षेपपथ पर चातुर्थ दिखाने की क्षमता से लैश है। इसके परीक्षण के मौके पर डीआरडीओ और आईटीआर से जुड़े वैज्ञानिक व अधिकारियों का दल मौके पर मौजूद था। सूत्रों की माने तो आने वाले दिनों में और कई मिसाइल का परीक्षण किए जाने की सम्भावना है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें