स्टैंड में स्कूल, बसें सड़क पर
घर फूंक तमाशा देखने की कहावत तो सभी सुनते और कहते हैं लेकिन,
संवादसूत्र, बालेश्वर : घर फूंक तमाशा देखने की कहावत तो सभी सुनते और कहते हैं लेकिन, यह कहावत बालेश्वर में चरितार्थ होते सामने आई है। यहां पर सरकारी बसें (सिटी बस) स्थानीय गांधी स्मृति भवन परिसर में या सड़कों के किनारे खड़ी देखी जा सकती हैं। ऐसा नहीं है कि बालेश्वर में सरकारी बसों को लिए जगह नहीं है, बल्कि सरकारी बस अड्डा एक निजी विद्यालय को ठेका पर दे दिया गया है और उक्त व्यक्ति इस सरकारी जमीन पर विद्यालय चला रहा है। ऐसा नहीं है कि यहां बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दी जाती है, बल्कि पढ़ाई के नाम पर मोटी रकम भी वसूली जाती है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर किस लालच के चलते सरकारी बस अड्डे की जमीन को ठेका पर दिया गया है। जबकि सरकारी बसों को गांधी स्मृति भवन परिसर या फिर सड़कों के किनारे खड़ा किया जा रहा है। इससे आम राहगीरों सहित अन्य वाहनों के आवागमन में समस्या उत्पन्न हो गई है। इस मसले को लेकर लोगों में रोष है और शहरवासियों ने जिलाधीश रमेश चंद्र राउत से शिकायत भी की है।
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यह एक गंभीर मामला है। इस संबंध में कई लोगों ने शिकायत की है। जांच कराकर जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी।
रमेश चंद्र राउत, जिलाधीश, बालेश्वर