Move to Jagran APP

फणि त्रासदी से निपटने को पीएम ने दिए ओडिशा को एक हजार करोड़

ओडिशा में शुक्रवार को आए भयंकर तूफान फणि के चार दिन गुजर ज

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 May 2019 03:39 PM (IST)Updated: Thu, 09 May 2019 06:32 AM (IST)
फणि त्रासदी से निपटने को पीएम ने दिए ओडिशा को एक हजार करोड़
फणि त्रासदी से निपटने को पीएम ने दिए ओडिशा को एक हजार करोड़

जागरण संवाददाता, बालेश्वर : ओडिशा में शुक्रवार को आए भयंकर तूफान फणि के चार दिन गुजर जाने के बाद भी प्रभावित क्षेत्रों की हालत जस की तस बनी हुई है। राजधानी भुवनेश्वर, खोद्र्धा एवं पुरी सहित अन्य इलाकों में अब भी त्रासदी का मंजर साफ नजर आ रहा है। राजधानी में बिजली और दूरसंचार सुविधा सुचारू नहीं हो पाई है। इससे लोगों को पीने और पकाने के पानी की बड़ी किल्लत हो गई है। शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में तूफान से हुई तबाही अब भी बनी हुई है। पुरी की हालत सबसे ज्याद खराब है। जहां कई क्षेत्रों में राहत तक नहीं पहुंच पाई है। समुद्र के किनारे होटलों में समुद्र का बालू भर गया है। सबसे ज्यादा जानमाल का नुकसान यहीं पर हुआ है।

loksabha election banner

इन सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्य के तूफान प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल मुख्यमंत्री नवीन पटनायक समेत वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करके ताजा हालात का जायजा लिया। साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं पुनर्वास कार्य के लिए ओडिशा को एक हजार करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान की। प्रधानमंत्री ने पुरी व खोद्र्धा जिलों समेत उसके आसपास के इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। वहा से लौटकर अधिकारियों के साथ बैठक की। फणि तूफान से राज्य के करीब 11 जिले प्रभावित हुए हैं। जिनमें करीब 14835 गाव आते हैं। इससे एक करोड़ की जनसंख्या प्रभावित हुई है। करीब 39 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है अकेले पुरी में ही 21 लोगों की मौत हुई है।

प्रधानमंत्री ने समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि मैं सबसे पहले राज्य की जनता और मछुआरों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने राज्य सरकार की बातों को मान लिया। करीब 12 लाख लोगों ने अपना घर छोड़ आश्रय स्थल पर आश्रय लिया। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को भी धन्यवाद दिया। मोदी ने कहा कि जैसे ही हमें सूचना मिली कि ओडिशा में प्राकृतिक आपदा आने वाला है, हमने 381 करोड़ रुपये राज्य सरकार को सौंप दिए थे और आज हम फिर से स्थिति को समीक्षा करने के बाद एक हजार करोड़ रुपये की सहायता राशि प्रदान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सबसे पहले पानी बिजली और टेलीकॉम की व्यवस्था होनी चाहिए। इसमें मशीनरी और मनी की कमी ना होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे साथ पूरी टीम आई हुई है। उसने भी स्थिति की समीक्षा की है तथा जल्द ही केद्र की एक और विशेष टीम आएगी तथा नुकसान के बारे में विस्तृत जानकारी लेकर एक विशेष रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेगी।

मृतकों के परिजनों को दो दो लाख की आर्थिक मदद

प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की ओर से हर मृतक के परिजनों को दो-दो लाख तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता की देने की घोषणा की हैं। उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा के वक्त केंद्र सरकार पूरी तरह से ओडिशा सरकार के साथ खड़ी है।

राज्यपाल, मुख्यमंत्री समेत अन्य अधिकारियों ने की अगवानी

इससे पहले प्रधानमंत्री अपने विशेष विमान से सुबह करीब आठ बजे भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर पहुंचे जहां राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, पुलिस डीजी आरपी शर्मा, भाजपा के राज्य अध्यक्ष बसंत पंडा केंद्रीय मंत्री धर्मेद्र प्रधान, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा, अपराजिता सारंगी समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उनकी अगवानी के लिए मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने सभी से मुलाकात की और हेलीकॉप्टर पर सवार होकर सीधे प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने चले गए। उनके साथ राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री प्रधान भी थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.