AIIMS भुवनेश्वर के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे मनसुख मांडविया,धर्मेंद्र प्रधान; 40 छात्रों को मिलेगा गोल्ड
भुवनेश्वर एम्स इस महीने की 7 तारीख को अपना चौथा दीक्षांत समारोह मनाएगा। AIIMS के मुताबिक इस समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री प्रवीण पवार केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान प्रमुख इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस अवसर पर 283 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की जाएंगी।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता: भुवनेश्वर एम्स इस महीने की 7 तारीख को अपना चौथा दीक्षांत समारोह मनाएगा। एम्स की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक इस समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री प्रवीण पवार, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान प्रमुख इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस अवसर पर 283 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की जाएंगी। इनमें से 40 को गोल्ड मेडल मिलेगा। एम्स भुवनेश्वर के निदेशक डॉ. आशुतोष विश्वास ने आज यह जानकारी दी है।
एम्स के निदेशक डॉक्टर आशुतोष विश्वास कहा कि दीक्षांत समारोह के अवसर पर एम्स परिसर में एक विशेष बर्न केंद्र का उद्घाटन किया जाएगा। 36 बिस्तरों वाला यह बर्न केंद्र में दो मॉड्यूलर ओटी और एक आईसीयू होगा। इसमें प्लास्टिक सर्जरी यूनिट भी काम करेगी। इस मौके पर 150 बेड वाले क्रिटिकल केयर अस्पताल का शिलान्यास किया जाएगा, जिसे 2 साल के भीतर चालू करने का लक्ष्य रखा गया है।
गौरतलब है कि एम्स भुवनेश्वर अस्पताल में वर्तमान समय में हर दिन 10 से 12 हजार मरीज आ रहे हैं। उनकी सुविधा के लिए काउंटरों को विकेंद्रीकृत किया जा रहा है। मरीजों की सुविधा के लिए एम्स पेपरलेस होने जा रहा है। इसके लिए एम्स में ई-अस्पताल व्यवस्था को जल्द ही लागू की जाएगी।
शुरुआती तौर पर एंडोक्रिनोलॉजी, मेडिसिन एंड पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में ई-हॉस्पिटल सिस्टम लागू किया गया है। इसके तहत एविडेंस बेस्ड मेडिसिन प्रैक्टिस पर जोर दिया जाता है। इससे मरीजों के रजिस्ट्रेशन से लेकर टेस्ट और प्रिस्क्रिप्शन तक सब कुछ पेपरलेस हो जाएगा। बाद में यह प्रावधान अन्य सभी विभागों में लागू किया जाएगा। इससे उम्मीद की जा रही है कि एम्स में भीड़ पर काबू पाया जा सकेगा।
भुवनेश्वर एम्स में इस साल कॉर्निया, लिवर, कार्डिएक और लंग्स ट्रांसप्लांट सिस्टम शुरू होने जा रहा है। इसके लिए मॉड्यूलर ओटी, आईसीयू की व्यवस्था की जा रही है। डॉ. विश्वास ने कहा है कि पिछले दो महीनों में 4 सफल किडनी प्रत्यारोपण के बाद एम्स भुवनेश्वर के अधिकारियों ने यह निर्णय लिया है।