ओडिशा में धड़ल्ले से चल रहा है हाथी दांत का काला कारोबार, पांच गिरफ्तार
ओडिशा में हाथी दांत का काला कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है इस मामले में राज्य अपराध शाखा और वन विभाग के स्पेशल टास्क फोर्स ने छापामारी कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। घटनास्थल से हाथी के दांत के कुल 10 टुकड़े बरामद किए गए हैं।
बालेश्वर, जागरण संवाददाता। ओडिशाा राज्य अपराध शाखा और वन विभाग के स्पेशल टास्क फोर्स के साथ मिलकर खैरा और आउपदा नामक स्थान पर छापामारी कर भारी मात्रा में हाथी दांत के टुकड़े बरामद किए हैं। वहीं दूसरी ओर इस कार्य से जुड़े पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्राप्त खबर के अनुसार गुप्त सूचना के आधार पर खैरा पुलिस के सहयोग से एसटीएफ और स्थानीय वन विभाग रेंज के जवानों ने एक संयुक्त अभियान चलाकर खैरा इलाके में एक अज्ञात स्थान पर छापामारी की थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की मानें तो घटनास्थल से हाथी के दांत के कुल 10 टुकड़े बरामद किए गए हैं तथा इस रैकेट से जुड़े कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यहां उल्लेखनीय है कि उत्तर ओडिशा के मुख्यतः बालासोर, मयूरभंज और केंदुजर जिले में विगत कई वर्षों से जंगली जंतुओं के चमड़े जिनमें मुख्यत बाघ तथा हाथी दांत का काला कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।
ऐसा नहीं है कि वन विभाग या पुलिस वाले नहीं जानते बल्कि एसटीएफ वालों के हस्तक्षेप करने के बाद ही हाथी के दांत और बाघ के चमड़े पकड़े जाते हैं। इसी तरह जैसे कि एसटीएफ वाले के हस्तक्षेप के बाद बालासोर में ब्राउन शुगर पकड़ा जाता है। इसके पहले ना तो पुलिस वाले पकड़ पाते हैं न ही खुफिया विभाग वाले यह अपने आप में एक बड़ा सवाल बन चुका है। आखिर पुलिस वाले या वन विभाग वाले हाथी दांत और चमड़े के काला कारोबारियों को पकड़ने में असफल क्यों रहते हैं। कहीं पुलिस और वन विभाग वालों के मिलीभगत से ही इस तरह का काला कारोबार तो नहीं फल फूल रहा है यह अपने आप में एक बड़ा सवाल बन चुका है।