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Supersonic Missile Assisted Release of Torpedo: सुपरसोनिक मिसाइल 'स्मार्ट' का सफल परीक्षण

Supersonic Missile Assisted Release of Torpedo ओडिशा के समुद्री तट पर सोमवार को सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज आफ टारपीडो का सफल परीक्षण किया गया। स्मार्ट की 650 किलोमीटर दूरी तक की मारक क्षमता इसे बहुत खास बनाती है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 05 Oct 2020 09:00 PM (IST)Updated: Mon, 05 Oct 2020 09:00 PM (IST)
Supersonic Missile Assisted Release of Torpedo: सुपरसोनिक मिसाइल 'स्मार्ट' का सफल परीक्षण
सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज आफ टारपीडो का सफल परीक्षण।

लावा पांडे, बालासोर (ओडिशा)। Supersonic Missile Assisted Release of Torpedo: चीन से चल रही तनातनी के बीच भारत लगातार अपनी सामरिक शक्ति को बढ़ाने पर जोर दे रहा है। नई तकनीकों और अत्याधुनिक क्षमताओं से सेना का लैस किया जा रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को ओडिशा के समुद्री तट पर सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज आफ टारपीडो (स्मार्ट) का सफल परीक्षण किया गया। स्मार्ट की 650 किलोमीटर दूरी तक की मारक क्षमता इसे बहुत खास बनाती है। यह तकनीक भारतीय नौसेना की ताकत को कई गुना बढ़ा सकती है। स्मार्ट के सफल परीक्षण पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ (डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन) को बधाई दी है।

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लड़ाकू जहाजों पर तैनात किया जाएगा

स्मार्ट मिसाइल टारपीडो सिस्टम का हल्का रूप है, जिसे लड़ाकू जहाजों पर तैनात किया जाएगा। हैदराबाद, विशाखापतनम समेत अन्य शहरों में मौजूद डीआरडीओ की लैब में लंबे रिसर्च के बाद इसे तैयार किया गया है। सोमवार को ओडिशा स्थित अब्दुल कलाम द्वीप से सुबह 11.57 बजे इसका सफल परीक्षण किया गया।

एंटी सबमरीन मिसाइल

स्मार्ट में टारपीडो के साथ मिसाइल भी होता है। इसके साथ एक कम वजन का टारपीडो लगा है। दोनों मिलाकर इसे एक सुपरसोनिक एंटी सबमरीन मिसाइल बना देते हैं। इसमें मिसाइल की खासियत भी हैं और पनडुब्बी नष्ट करने की क्षमता भी। पूरी तरह विकसित होने पर इस वेपन सिस्टम की मारक क्षमता 650 किलोमीटर होगी। इतनी ज्यादा रेंज वाले सिस्टम की मौजूदगी भारतीय नौसेना को दुनिया की सबसे खतरनाक नौ सेनाओं के बीच में और ऊपर पहुंचा देगी।

भारत ने बुधवार को बालेश्वर में जमीन से जमीन पर मार करने वाली क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। इसे डीआरडीओ और रूस के वैज्ञानिकों के साझा प्रयास से वि‍कसित किया गया है। यह सुपरसोनिक प्रक्षेपास्त्र आवाज की गति से भी 2.8 गुना तेज गति से अपने लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखता है। इस प्रक्षेपास्त्र को किसी भी दिशा एवं लक्ष्य की ओर मनचाहे तरीके से छोड़ा जा सकता है। घनी आबादी में भी छोटे लक्ष्यों को सटीक भेदने में यह मिसाइल माहिर है। प्रक्षेपास्त्र 8.4 मीटर लंबा और 0.6 मीटर चौड़ा है। इसका वजन 3000 किलोग्राम है।


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