बालेश्वर नगरपालिका को महानगर निगम में तब्दील करने की मांग, कांग्रेस नेता नवज्योति ने सीएम पटनायक को लिखा पत्र
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवज्योति पटनायक ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र लिखकर बालेश्वर नगरपालिका को महानगर निगम में तब्दील करने की मांग की। महानगर निगम में तब्दील होने से संविधान के 74वां संशोधन 1992 एवं ओडिशा शहरी इलाकों के नियमों और कायदे कानूनों को पूरा करता है।
बालेश्वर, जागरण संवाददाता। बालेश्वर नगरपालिका को महानगर निगम में तब्दील करने के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवज्योति पटनायक ने एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने उल्लेख किया है कि राज्य विधानसभा के कार्यक्रमों से यह पता चलता है कि शहरी इलाकों में जल्द ही यह सरकार चुनाव कराने की मन बना लिया है। इस पत्र में नवज्योति ने यह भी उल्लेख किया है कि वे समय-समय पर एक जिम्मेदार नागरिक और बालेश्वर के जनप्रतिनिधि होने के कारण कई प्रसंगों को समय-समय पर उठाते रहे है तथा राज्य के मुख्यमंत्री के दृष्टि को इस ओर आकर्षण करते रहे हैं। इस पत्र में लिखा गया है कि राज्य सरकार राज्य में कई नगर पालिकाओं का विकास कर उन्नति कर उन्हें महानगर निगम में तब्दील कर चुके हैं उसी के तहत राज्य के विभिन्न नगर पालिकाओं को महानगर निगम बना दिया गया है।
उदाहरण के तौर पर ओडिशा के कटक और भुवनेश्वर को महानगर निगम बनाया गया है। इसी तरह पश्चिम ओडिशा के संबलपुर और राउरकेला तथा दक्षिण ओडिशा के ब्रह्मपुर को महानगर निगम बनाया गया है। इसी के चलते उन्होंने उत्तर ओडिशा के प्रति सरकार की उदासीनता और नजरअंदाज का उल्लेख करते हुए कहा है कि बालेश्वर राज्य का सबसे पुराना नगरपालिका है। सबसे पुराना नगरपालिका होने के कारण इसे महानगर निगम में यथाशीघ्र तब्दील किया जाए जिसके चलते शहरी इलाके में लोगों को कई प्रकार की सुविधाएं मिल सकेंगी, उन्होंने बताया है कि महानगर निगम में तब्दील होने से संविधान के 74वां संशोधन 1992 एवं ओडिशा शहरी इलाकों के नियमों और कायदे कानूनों को पूरा करता है, जिसके चलते बालेश्वर नगरपालिका को यथाशीघ्र महानगर निगम में तब्दील किया जाए।
मिसाइलों के परीक्षण के लिए जाना जाता है बालेश्वर
जागरण से बातें करते हुए नवज्योति पटनायक ने बताया कि बालेश्वर लोकसभा चुनाव का उन्होंने कांग्रेस की ओर से प्रतिनिधित्व किया था। चुनाव नतीजे उनके विपक्ष में गए किंतु फिर भी उन्होंने बालेश्वर के लोगों के हितों का ख्याल रखा। चुनाव हारने के बाद भी बालेश्वर नहीं छोड़ा समय-समय पर तथा विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला प्रशासन से लेकर सरकार तक बालेश्वर की जनता की आवाज बनते रहे हैं और समस्याओं को उठाते रहे हैं। उन्होंने बताया कि बालेश्वर के शहरी इलाकों की जनसंख्या भी काफी बढ़ चुकी है तथा बालेश्वर शहर का क्षेत्र भी काफी बड़ा हो चुका है जिसके चलते नगरपालिका को यदि महानगर निगम में तब्दील किया जाएगा तो यहां के लोगों को कई प्रकार की सुविधाएं मिल सकेंगी। उन्होंने यह भी बताया कि बालेश्वर जिला आज पूरे विश्व के मानचित्र पर मिसाइलों के परीक्षण के लिए जाना जाता है तथा यहां के शहर से कई बड़े-बड़े वैज्ञानिकों से लेकर राजनेता यहां तक कि कई भूतपूर्व राष्ट्रपति इस शहर में आ चुके हैं।
इसी शहर से होकर यहां के परीक्षण स्थल चांदीपुर को जाया जाता है रक्षा विभाग से जुड़े कई अधिकारी या वैज्ञानिक रेलगाड़ियों के जरिए भी आवागमन करते हैं। जिसके चलते यह शहर आज पूरे देश के साथ-साथ पूरे विश्व के मानचित्र पर अपना एक अलग ही पहचान बना चुका है। उन्होंने ये भी मांग की कि जल्द से जल्द सरकार बालेश्वर नगरपालिका को महानगर निगम में तब्दील करें जिसके चलते यहां के लोग भी महानगर निगम के तहत मिलने वाले सारी सुविधाओं के हकदार बन सकें।