DRDO के चार ठेका कर्मचरियों के गिरफ्तार होने का मामला: पैसा ही नहीं हनी ट्रैप में पड़कर दुश्मन देश को दे रहे थे गुप्त तथ्य
DRDO के चार ठेका कर्मचारी हनी ट्रैप में पड़कर देश के प्रतिरक्षा संबन्धित गुप्त तथ्य दुश्मन देश को दे रहे थे। ये चारों एक महिला के संपर्क में थे। महिला के खाता से इनके खाते में पैसा आने का प्रमाण भी मिलने की बात एक पुलिस अधिकारी से मिला है।
बालेश्वर, जागरण संवाददाता। बालेश्वर के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज के चार ठेका कर्मचारी केवल पैसे के लिए ही नहीं बल्कि हनी ट्रैप में पड़कर देश के प्रतिरक्षा संबन्धित गुप्त तथ्य दुश्मन देश को दे रहे थे। तथ्य लीक करने जैसे गम्भीर आरोप में मंगलवार को इन चार ठेका कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था, जिनसे आज हनी ट्रैप के बारे में सुराग मिला है।
विश्वसनीय सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक डीआरडीओ के गिरफ्तार चार ठेका कर्मचारी एक महिला के साथ संपर्क में थे। गिरफ्तार होने वाले ये चारों ठेका कर्मचारी हनी ट्रैप में पड़कर दुश्मन देश से हाथ मिला लिए थे। संपृक्त महिला के प्रेम जाल में फंसकर ये चारों ठेकेदार गुप्त तथ्य दे रहे थे। यहां तक कि महिला के खाता से इनके खाते में पैसा आने का प्रमाण भी मिलने की बात एक पुलिस अधिकारी से जानकारी मिली है।
जानकारी के मुताबिक पाकिस्थान आईएसआई को प्रतिरक्षा संबन्धित गुप्त तथ्य मुहैया कराने के आरोप में बालेश्वर के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज आईटीआर के तीन नंबर लांच पैड में काम करने वाले इन चार ठेका कर्मचारियों को मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार अभियुक्त विदेशी संस्था एवं पाकिस्तानी एजेंट के साथ फोन काल के माध्यम से लिंक में रहकर तथ्य प्रगट करने का अनुमान लगाया जा रहा है।
गिरफ्तार होने वाले 4 ठेका कर्मचारियों में से 3 कर्मचारियों का नाम पुलिस ने मंगलवार को ही बताया था जबकि चौथे व्यक्ति का नाम आज बताया है।इनका नाम बसंत बेहेरा, प्रकाश बेहेरा, शेख मुसाक तथा चौथे आरोपी का नाम हेमंत मिस्त्री है। हेमंत मिस्त्री डीजी आपरेटर के तौर पर काम कर रहा था। सभी अभियुक्त चांदीपुर के झाम्बराहाट एवं नुआनई इलाके के हैं। ये चारों अभियुक्त अपने ही देश में रहकर अपने ही देश के खिलाफ षडयंत्र कर रहे थे। विदेशी संस्था के साथ लिंक में रहकर यहां के महत्वपूर्ण तथ्य लीक करते थे। इस संबन्ध में ठोस प्रमाण मिलने के बाद पिछले कुछ दिनों से जाल बिछाने वाली बालेश्वर पुलिस की स्पेशल स्क्वार्ड टीम ने इन्हें उठाया है। देश की सुरक्षा के लिए जहां से मिसाइल एवं अन्य युद्धास्त्र का परीक्षण किया जाता है, दुश्मन के हाथ में इसी स्थान का संवेदनशील तथ्य गया है। इस तरह के देश द्रोह के कार्यकलाप में जुड़े 4 संदिग्ध को बालेश्वर पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
खबर के मुताबिक गिरफ्तार चार अभियुक्तों में बसंत बेहेरा मास्टरमाइंड है। बसंत तीन नंबर लांच पैड में एसी आपरेटर था। अन्य तीन कर्मचारी लांचपैड में ठेका श्रमिक के तौर पर काम करते थे। बसंत के पास इंटरनेशनल फोन काल आता था। पाकिस्तान-राजस्थान सीमा से फोन आता था। इसी फोन के माध्यम से ये चारों संपर्क में थे। पाकिस्तान की खुफिया संस्था आईएसआई एवं विदेशी संस्था के साथ तथ्य प्रकट करने के बदले इन्हें मोटी रकम मिलती थी। खुफिया तथ्य के आधार पर पूर्वांचल आईजी के नेतृत्व में 6 सदस्यीय टीम का गठन किया गया था। पिछले तीन दिनों से छानबीन करने के बाद मंगलवार को इन चारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पाकिस्तान की खुफिया संस्था आईएसआई को प्रतिरक्षा विभाग का गुप्त तथ्य प्रदान करने की यह कोई नई घटना नहीं है। 2015 में भी चांदीपुर आईटीआर के ठेका फोटोग्राफर इश्वर बेहेरा को गिरफ्तार कर पुलिस ने सलाखों के पीछे भेजा था। देशद्रोह मामले में इश्वर आजीवन जेल की सजा भुगत रहा है। इसके 6 साल बाद एक बार फिर प्रतिरक्षा संबन्धित तथ्य लीक आशंका में 4 ठेका कर्मचारियों को पकड़ा गया है। ये लोग किसके लिए गुप्चर का काम करते थे, इसमें और कितने लोग संपृक्त हैं, कितने दिनों से प्रतिरक्षा संबन्धित गुप्त तथ्य ये लोग दुश्मन देश को दे रहे थे, इन तमाम सवालों का जवाब ढूंढने में पुलिस लग गई है।