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Farmer Protest Bharat Bandh: कृषक संगठनों की ओर से बुलाए गए भारत बंद का बालेश्वर, भद्रक और मयूरभंज में व्यापक असर

Farmer Protest Bharat Bandh उत्तर ओडिशा के मुख्यतः तीन जिलों बालेश्वर भद्रक और मयूरभंज में भारत बंद का व्यापक असर देखा जा रहा है। दुकान व बाजार पूरी तरह से बंद हैं कांग्रेस के समर्थकों ने कुछ घंटों के लिए रेल यातायात ठप कर दिया है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Fri, 26 Mar 2021 11:12 AM (IST)Updated: Fri, 26 Mar 2021 11:12 AM (IST)
Farmer Protest Bharat Bandh: कृषक संगठनों की ओर से बुलाए गए भारत बंद का बालेश्वर, भद्रक और मयूरभंज में व्यापक असर
ओडिशा के मुख्यतः तीन जिलों बालेश्वर, भद्रक और मयूरभंज में व्यापक असर

बालेश्वर, जागरण संवाददाता।  विभिन्न कृषक संगठनों के द्वारा और राजनीतिक पार्टियों के सहयोग से बुलाए गए 12 घंटा भारत बंद का उत्तर ओडिशा के मुख्यतः तीन जिलों बालेश्वर, भद्रक और मयूरभंज में व्यापक असर देखा जा रहा है। कृषि कानून के विरुद्ध में बुलाए गए इस बंद में एक और जहां राज्य सरकार ने विद्यालय और महाविद्यालय में छुट्टी की घोषणा कर दी थी। वहीं दूसरी ओर इस बंद के चलते दुकान व बाजार पूरी तरह से बंद रहे तथा सड़कों पर केवल दो पहिया वाहन ही आते- जाते दिखे।

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इस बंद को एक और जहां वामदलों ने समर्थन किया है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भी इस बंद में अपने आप को शामिल कर लिया है। बालेश्वर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष संजीव गिरी तथा महिला नेत्री सुश्री अर्चना नंदी के नेतृत्व में भारी संख्या में कांग्रेस से जुड़े नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर पिकेटिंग करके बंद का पालन करते देखे गए। वहीं वामपंथी दल के वरिष्ठ नेता गौरांग पाणीग्राही के नेतृत्व में वामपंथी सड़कों पर बंद पालन करते देखा गया। बालेश्वर रेलवे स्टेशन पर भी वामपंथी नेता और कांग्रेस के समर्थक कुछ घंटों के लिए रेल यातायात ठप कर दिए इन नेताओं ने नारों के जरिए अपना प्रतिवाद केंद्र सरकार हाय-हाय तथा कृषि कानून वापस लो के नारे लगाते देखे गए। 

अपने वक्तव्य में कांग्रेस और वामदल के इन नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा लागू किया गया कृषि कानून कृषकों के हित में नहीं है। केंद्र सरकार को चाहिए कि विगत कई दिनों से कृषक नेता और कृषक इस कानून का एक और जहां विरोध कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार की कानों पर जूं तक न रेंगना अपने आप में कई प्रकार के सवालों को खड़ा करता है। उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द केंद्र सरकार अपना कृषि कानून वापस ले ले नहीं तो आगामी दिनों में इस तरह का आंदोलन जारी रहेगा। 

इसी तरह पड़ोसी जिला भद्रक और मयूरभंज में भी बंद का व्यापक असर देखा गया। यहां भी दुकान बाजार पूरी तरह से बंद देखे गए तथा सड़कों पर केवल दो पहिया वाहन ही दिखे। जगह-जगह यहां भी कांग्रेस वामदल और कृषक संगठन से जुड़े नेता दुकान बाजार बंद करवाते देखे गए। सड़कों पर केवल दोपहिया वाहन चलते दिखे। बस ट्रक जीप इत्यादि यहां पूरी तरह से जहां के तहां खड़े देखे गए थे। कृषक संगठन द्वारा बुलाए गए 12 घंटा भारत बंद को देखते हुए उत्तर ओडिशा के तीनों जिलों में जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। जगह-जगह विभिन्न चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया था किसी भी स्थान से किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है यह  बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा है।


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