तीन दिवसीय बालीघाट मेला उद्घाटित
बालेश्वर के बालीघाट पर बुढ़ाबलंग नदी तट के किनारे कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर
बालेश्वर : बालेश्वर के बालीघाट पर बुढ़ाबलंग नदी तट के किनारे कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीन दिवसीय बालीघाट मेले का उद्घाटन शनिवार सुबह किया गया। इस मौके पर लोगों ने कृत्रिम नाव की पूजा-अर्चना कर उसे नदी में प्रवाहित किया। इस मेले में करीब पांच सौ से अधिक स्टाल लगाए गए हैं। इनमें खाने-पीने के सामान से लेकर सौंदर्य प्रसाधन, लकड़ी, कांच के साथ घरेलू उपकरणों को बिक्री के लिए सजाया गया है।
बुढ़ाबलंग नदी का किनारा होने के कारण यहां पर मेले में आने वाले लोगों के लिए नौका विहार की भी व्यवस्था की गई है। साल में एक बार लगने वाले इस मेले में राज्य समेत पड़ोसी राज्यों बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों से बड़ी संख्या में भिखारी भी पहुंचे हुए हैं। तीन दिवसीय इस मेले में भिखारी खाने पीने के सामान के साथ चावल, गेंहू आदि पाकर गदगद हो जाते हैं।
जागरण से बातचीत में झारखंड से पहुंचे पारस नाथ नामक भिखारी ने बताया कि वह अपने परिवार के अन्य चार सदस्यों के साथ यहां आया हुआ है तथा विगत 10 साल से वह लगातार इस मेले में आ रहा है। तीन दिनों में क्या मिल जाता है, पूछने पर बताया कि प्रति व्यक्ति को दो से ढाई क्विंटल तक चावल व अन्य खाने का सामान दान स्वरूप मिल जाता है। इसी तरह बिहार से आए मुरली कुमार ने बताया कि विगत 15 साल से वे इस मेले में आ रहे हैं तथा उम्र अधिक होने के कारण अपने साथ बेटे को भी लाता है। उसे भी उतनी ही खाद्य सामग्री मिल जाती है। इसी तरह पश्चिम बंगाल से आए सुब्रतो ने बताया कि वह विगत 6 साल से इस मेले में आता रहा है तथा तीन दिनों में मिलने वाले आहार से उसके परिवार के लिए तीन महीने का खुराक बन जाती है। इस तीन दिवसीय मेले में हर दिन सुबह और शाम विभिन्न प्रकार के रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।