ओडिशा का खूबसूरत पर्यटन स्थल मिसाइल नगरी बालेश्वर, जानें क्या है यहां खास
ओडिशा का खूबसूरत पर्यटन स्थल बालेश्वर जिसे मिसाइल नगरी भी कहा जाता है ये कोलकाता और भुवनेश्वर से करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

बालेश्वर, लावा पांडे। कोलकाता और भुवनेश्वर से करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बालेश्वर भारत के ओडिशा राज्य का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो अपने समुद्री आबोहवा और पारंपरिक खानपान धार्मिक स्थलों और लोक संस्कृति के लिए जाना जाता है।
यह शहर मुख्य तौर पर चांदीपुर समुद्र तट के साथ-साथ चांदीपुर में होने वाले विभिन्न प्रकार के मिसाइलों के परीक्षण के लिए भी प्रसिद्ध है। पूरे विश्व में बाबा पंचलींगेश्वर का प्रसिद्ध शक्तिपीठ बालेश्वर भ्रमण की शुरुआत हम प्रसिद्ध धार्मिक स्थल पंचलींगेश्वर से करते हैं। पंचलींगेश्वर नीलगिरी के पास एक पहाड़ी पर स्थित है जो अपने 5 लिंगों मुख्यत: शिवलिंग यहां स्थापित है।
इसके अलावा यहां का प्राकृतिक परिवेश भी श्रद्धालुओं और पर्यटकों को काफी ज्यादा अपनी ओर आकर्षित करता है। ऐसा माना जाता है कि इन 5 लिंगों की प्रतिष्ठा भगवान राम और सीता के द्वारा किया गया था। इसके अलावा स्थल से भी कई पौराणिक कहानियां जुड़ी हुई है यहां के पहाड़ों के ऊपर से बहता प्राकृतिक झरना निरंतर शिवलिंग का जलाभिषेक करता है।

चांदीपुर समुद्र तट चांदीपुर समुद्र तट या बीच यहां के सबसे प्रसिद्ध समुद्र तटों में गिना जाता है। यहां रोजाना पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। मुख्यत: पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल से पर्यटक भारी संख्या में यहां आते हैं। यहां पर मुख्यत: सूर्योदय और सूर्यास्त देखने लायक होता है। यहां के लंबे तट पर चहलकदमी का सुकून भरा अनुभव पर्यटक उठाना नहीं भूलते।
कुल्डिहा वन्य जीव अभ्यारण
यह वन्य जीव अभ्यारण करीब 300 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। यह क्षेत्र अपने समृद्धि जैव विविधता के लिए जाना जाता है। यहां वनस्पतियों और जीवों की कई दुर्लभ प्रजातियों को भी आप देख सकते हैं। जंगली जीवो में मुख्यत: हाथी तेंदुआ भालू बंदर इत्यादि यहां देखे जा सकते हैं। इसके अलावा यहां वन्य क्षेत्र कई पक्षी प्रजातियों को सुरक्षित आश्रय देता है। यहां वन्यजीव को करीब से देखने के लिए लोगों को जीप सफारी की सुविधा उपलब्ध होती है।
तालसारी समुद्र तट
तालसारी समुद्र तट बालेश्वर के अन्य समुद्र तट में से एक है। यहां शुभम रेखा नदी बंगाल की खाड़ी से मिलती है तथा यह संगम एक दीप का निर्माण करता है। यह स्थान अपने रेतीले समुद्र तट और मछली पकडऩे की गतिविधियों के लिए काफी ज्यादा लोकप्रिय है। तालसारी बालेश्वर से करीब 88 किलोमीटर और दीघा समुद्र तट पश्चिम बंगाल के करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
इमामी का प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर
इमामी का प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर यहां पर उत्तर ओडि़शा का सबसे बड़ा जगन्नाथ मंदिर बाल गोपालपुर नामक स्थान पर मौजूद है। पूरी के श्री जगन्नाथ मंदिर के तर्ज पर बना यहां भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलराम की भव्य मूर्तियों के साथ यह मंदिर भक्तों और पर्यटकों को अपनी ओर खूब आकर्षित करता है। यहां पर प्रतिदिन खिचड़ी भोग के साथ भक्तों के लिए खाजा भोग भी उपलब्ध मिलता है। खीर चोरा गोपीनाथ मंदिर खीर चोरा गोपीनाथ मंदिर बालेश्वर के प्रसिद्ध मंदिरों या पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां पर गाय के दूध का रबड़ी या खीरा बहुत प्रसिद्ध माना जाता है।

यहां पर भगवान श्री कृष्ण की तीन मूर्तियां हैं किंतु किसी भी मूर्ति के साथ राधा की मूर्ति नहीं है। यहां पर भगवान श्री कृष्ण के दर्शन के लिए और प्रसाद सेवन के लिए पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के साथ दक्षिण भारत से भी भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। आज यदि यह कहा जाए कि बालेश्वर पर्यटन के क्षेत्र में बालेश्वर का बढ़ता रुतबा तो शायद अधिक नहीं होगा क्योंकि आज इन सभी पर्यटन स्थलों और मंदिरों तक जाने के लिए अच्छे रास्तों का निर्माण कर दिया गया है। इसके साथ-साथ यहां पर रात्रि विश्राम के लिए भी कई स्थानों पर होटल और यात्री विश्राम वाले भी बनाए गए हैं। इसके साथ-साथ यहां पर खाने-पीने की समुचित सुविधाएं भी हैं।

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