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फकीर मोहन सरकारी मेडिकल कॉलेज के सामने असामाजिक लोगों का दादागिरी, सुरक्षा की लगायी गुहार

फकीर मोहन मेडिकल कॉलेज कैंपस के मुख्य प्रवेश द्वार पर असामाजिक तत्‍व डॉक्टरी पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को परेशान करते हैं वे यहां खुले में शराब पीते हैं और छात्राओं को अश्लील कमेंट करना मानो आम सी बात हो गई है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2021 10:18 AM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2021 10:18 AM (IST)
फकीर मोहन सरकारी मेडिकल कॉलेज के सामने असामाजिक लोगों का दादागिरी, सुरक्षा की लगायी गुहार
रेमना स्थित फकीर मोहन मेडिकल कॉलेज कैंपस के मुख्य प्रवेश द्वार पर असामाजिक लोगों का दादागिरी

बालेश्वर, जागरण संवाददाता। रेमना स्थित फकीर मोहन मेडिकल कॉलेज कैंपस के मुख्य प्रवेश द्वार पर असामाजिक लोगों के अड्डे को लेकर यहां पर डॉक्टरी पढ़ने वाले छात्र छात्राओं ने बालेश्वर के जिलाधीश से सुरक्षा की गुहार लगायी है। सन 2019 में मेडिकल कॉलेज उद्घाटित होने के बाद से ही यहां पर डॉक्टरी की पढ़ाई शुरू हो गई है। 2019 और 2020 दो बैचो में करीब 200 छात्र-छात्राएं यहां पर डॉक्टरी की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं तथा पढ़ाई के लिए इन्हें मेडिकल कॉलेज परिसर से कई कई बार जिला मुख्य चिकित्सालय को शिक्षा ग्रहण करने के लिए आना जाना पड़ता है। 

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 छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाया है कि रेमुना का मुख्य रास्ता से लेकर मेडिकल कॉलेज तक को जाने वाला रास्ता आपराधिक चरित्र वाले लोगों से भरा पड़ गया है जिसके चलते छात्र छात्राओं को मेडिकल कॉलेज से बाहर निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है एक प्रकार से मानो डर-डर कर अपना जीवन बिता रहे हैं इस तरह का आरोप भी छात्र छात्राओं ने लगाया है छात्रों ने मेडिकल कॉलेज के सम्मुख पुलिस चौकी स्थापना की मांग किए हैं तथा नियमित पुलिस पेट्रोलिंग व्यवस्था किए जाने की भी मांग की है। इनका आरोप है कि यहां पर खुले में शराब पीना और छात्राओं को अश्लील कमेंट करना मानो आम सी बात हो गई है। इन लोगों ने यह भी कहा है यहां का रास्ता सुनसान होने के कारण सूरज ढलते ही शुरू हो जाता है। 

 असामाजिक कार्य तथा मेडिकल पढ़ने वाले छात्राओं को अश्लील इशारा करने का सिलसिला काफी दुखी होकर और मायूस होकर इन छात्र-छात्राओं ने कहा कि इस संबंध में हम लोगों ने कई कई बार मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष से शिकायत  किए थे किंतु कोई फायदा नहीं हुआ। आखिरकार हम थक हारकर बालेश्वर के जिलाधीश के सुदर्शन चक्रवर्ती से गुहार लगाने पहुंचे हैं यहां उल्लेखनीय है कि मात्र चंद वर्ष पूर्व इसी मेडिकल कॉलेज के सामने अपराधियों ने खुलेआम एक व्यक्ति को गोली मारी थी।

आज यहां का हालात ऐसे बन गए हैं कि कोई भी व्यक्ति शाम के वक्त मेडिकल कॉलेज में जाने की हिम्मत नहीं करता यहां पर असामाजिक युवकों द्वारा गैरकानूनी तरीकों से किसी ने होटल बना लिया है तो किसी ने और किसी प्रकार का दुकान खोल लिया है जिसके चलते यहां पर शराब पीना और पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को कमेंट करना मानो आम सी बात हो गई है। इस संबंध में हमने बालेश्वर के एसपी से बालेश्वर में सुरक्षा संबंधित जानकारी हासिल करने के लिए कई कई बार फोन लगाया लेकिन बालेश्वर के एसपी सुधांशु मिश्रा ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।

आखिर दिन प्रतिदिन बालेश्वर शहर जो कि विश्व का मिसाइल नगरी कहा जाता है आज मानो अपराधियों का हौसला यहां सातवें आसमान पर पहुंच चुका है। यहां दिनदहाड़े गाजर मूली की तरह लोगों को एक और जहां काट दिया जाता है वही दूसरी ओर इन मनचलों युवकों का हौसला इतना बुलंद है कि यह मानो पुलिसिया डर इनके मन में बिल्कुल भी नहीं रह गया है। यहां सबसे बड़ा सवाल यह उठता है आखिर लोग गुहार लगाएं तो किस से लगाए कौन सुनेगा उनकी फरियाद यह अपने आप में बालेश्वर में एक बहुत बड़ा सवाल बन चुका है।


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