पंचायतीराज व्यवस्था की तरह हो शिक्षा व्यवस्था हो : द्रौपदी मुर्मू
शिक्षा के बिना एक शक्तिशाली राष्ट्र का गठन कभी संभव नहीं है। य
जागरण संवाददाता, बालेश्वर : शिक्षा के बिना एक शक्तिशाली राष्ट्र का गठन कभी संभव नहीं है। यह बात स्थानीय सिद्धि विनायक कल्याण मंडप परिसर में रविवार को आयोजित सिद्धि विनायक पब्लिक स्कूल के चौथे वाíषकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कही। राज्यपाल ने त्रिस्तरीय शिक्षा व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि पंचायतीराज व्यवस्था की तरह ही शिक्षा व्यवस्था को देश में स्थापित किया जाना चाहिए। जैसे, पंचायतीराज व्यवस्था के तहत पंचायत से लेकर ऊपरी स्तर तक एक-दूसरे कड़ी की तरह बंधे होते हैं, इसी तरह शिक्षा व्यवस्था में शिक्षक, अभिभावक और छात्र एक कड़ी में बंधे रहने चाहिए। इनके बीच विचारों का आदान-प्रदान सही रहने से ही शिक्षा के गिरते स्तर को रोका जा सकता है। राज्यपाल ने निरंतर कमजोर होती शिक्षा व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि पाठ्य पुस्तकों की शिक्षा के साथ विद्यार्थियों को नैतिक व आध्यात्मिक शिक्षा देनी जरूरी है। इससे उनके मानसिक विचार को भी सशक्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जहां शिक्षा नहीं है, वहां के लोग पिछड़े हुए हैं। इस मौके पर राज्यपाल ने विद्यालय के वार्षिकोत्सव के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया। इस दौरान विशिष्ट कवि प्रशांत कुमार दास, प्राचार्य सुधाशुं पंडा सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।