जरदारी को करना ही होगा भ्रष्टाचार के मामले का सामना
अगले महीने कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को पुराने भ्रष्टाचार के मामलों का सामना करना पड़ेगा। एक अधिकारी ने बताया कि कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद उन्हें अभियोजन से मिली छूट समाप्त हो जाएगी।
इस्लामाबाद। अगले महीने पांच साल का कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को पुराने भ्रष्टाचार के मामलों का सामना करना पड़ेगा। एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि आठ सितंबर को जरदारी के पद से हट जाने के बाद उन्हें अभियोजन से मिली छूट समाप्त हो जाएगी और सितंबर के दूसरे सप्ताह में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के छह मामलों को खोला जाएगा।
नाम उजागर न करने की शर्त पर अधिकारी ने कहा कि इन मामलों की सुनवाई इस्लामाबाद के अकाउंटिबिलिटी कोर्ट नंबर-एक में होगी। अकाउंटिबिलिटी कोर्ट पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली एजेंसी नेशनल अकाउंटिबिलिटी ब्यूरो द्वारा दर्ज किए गए मामलों की सुनवाई करता है। जरदारी के खिलाफ मामले एआरवाई गोल्ड, कोटेकना, एसजीएस, पोलो ग्राउंड, अरसस ट्रैक्टर और संपत्ति से संबंधित हैं।
ये मामले जरदारी की स्वर्गीय पत्नी व पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के दो कार्यकाल के समय के हैं। इनकी सुनवाई रावलपिंडी की तीन भ्रष्टाचार रोधी अदालतों में हो रही थी, लेकिन 2008 में जरदारी के राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद इन मामलों को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। अधिकारी के मुताबिक जरदारी को दोषी ठहराना कठिन होगा क्योंकि मुख्य आरोपी बेनजीर भुट्टो और उनकी मां बेगम नुसरत भुट्टो की मृत्यु हो चुकी है। दोनों के नाम आरोपियों की सूची से हटा दिए गए हैं। अधिकारी के मुताबिक जरदारी के साथ 15 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया था। पिछले पांच वर्षो के दौरान इन्हें बरी किया जा चुका है।
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