पाकिस्तान में विपक्षी दलों का महागठबंधन बनाएंगे आसिफ अली जरदारी
दुबई और लंदन में 18 महीने के स्व-निर्वासन के बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह अध्यक्ष जरदारी बीते शुक्रवार को ही देश लौटे हैं।
कराची, प्रेट्र : पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान में विपक्षी दलों का महागठबंधन बनाएंगे। इसकी घोषणा वे मंगलवार को अपनी पत्नी और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की पुण्यतिथि पर कर सकते हैं। महागठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में जरदारी ने सोमवार को कहा कि वे आगे की रणनीति का खुलासा 27 दिसंबर को करेंगे।
दुबई और लंदन में 18 महीने के स्व-निर्वासन के बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह अध्यक्ष जरदारी बीते शुक्रवार को ही देश लौटे हैं। रविवार को उन्होंने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-क्यू के अध्यक्ष चौधरी शुजात हुसैन से भेंट की। इसके बाद सरकार के खिलाफ गठबंधन की अटकलें और तेज हो गई हैं।
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जरदारी ने संकेत दिया है कि मध्यावधि चुनाव के हालात पैदा हो सकते हैं और लाहौर इस बदलाव का केंद्र होगा। पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी पहले ही सरकार से पार्टी की चार मांगों को मानने या बड़े आंदोलन का सामना करने की बात कह चुके हैं। पूर्व प्रधानमंत्री हुसैन ने कहा कि शरीफ के नेतृत्व में लोकतंत्र खतरे में हैं और लोकतंत्र को बचाने के लिए विपक्षी दलों का गठबंधन वक्त की मांग है।
उन्होंने कहा,'हम लोकतंत्र को बंधक नहीं होने देंगे।' सूत्रों का कहना है कि हुसैन और जरदारी ने उन समान बिन्दुओं पर चर्चा की, जिसपर विपक्षी दल सरकार के खिलाफ एकजुट हो सकते हैं। खबरों के अनुसार, जरदारी ने पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत पंजाब में पीपीपी को फिर से जीवित करने पर बात की। फिलहाल प्रांत में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन की पकड़ बहुत मजबूत है।