क्या आपको यकीन होगा सूरज ने चुराया था ग्रह, पढ़ें इस खबर को
रहस्यमय नौवां ग्रह प्लेनेट-9 हमारे सौरमंडल का मूल हिस्सा नहीं, बल्कि चोरी किया हुआ ग्रह है। इसे करीब 4.5 अरब साल पहले हमारे सूरज ने किसी और तारे से चुरा लिया था।
लंदन, प्रेट्र । रहस्यमय नौवां ग्रह प्लेनेट-9 हमारे सौरमंडल का मूल हिस्सा नहीं, बल्कि चोरी किया हुआ ग्रह है। इसे करीब 4.5 अरब साल पहले हमारे सूरज ने किसी और तारे से चुरा लिया था। अंतरिक्षविदों का दावा है कि यह हमारे ही सौरमंडल में रहने वाला एक एक्सोप्लेनेट (बाह्य ग्रह) है।
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स्वीडन की लुंड यूनिवर्सिटी के अंतरिक्षविदों का कहना है कि इस बात के ढेरों संकेत हैं कि यह ग्रह सूरज ने कहीं और से छीना था। तभी से यह हमारे सौरमंडल का हिस्सा है। अंतरिक्षविद एलेक्जेंडर मस्टिल ने कहा कि प्लेनेट-9 को लेकर अब तक वैज्ञानिकों के पास कोई विशेष जानकारी या तस्वीर नहीं है। अब तक यह भी नहीं पता कि इसका निर्माण चट्टान, बर्फ या गैस में से किससे हुआ है। इसके बारे में सिर्फ इतना पता है कि इसका वजन धरती से करीब 10 गुना अधिक है।
यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक अध्ययन की जरूरत है कि प्लेनेट-9 हमारे सौरमंडल में रह रहा एक्सोप्लेनेट है। मस्टिल ने कहा कि अगर कंप्यूटर मॉडल के जरिये प्लेनेट-9 को लेकर सामने आया सिद्धांत सही हुआ, तो इससे सूरज और धरती को समझने और अंतरिक्ष के अध्ययन को नई दिशा मिल सकती है।
कैसे होती है ग्रह की चोरी
तारों का निर्माण आमतौर पर झुंड के रूप में होता है। ऐसे में तारे अक्सर एक-दूसरे के करीब से गुजरते हैं। इस दौरान एक तारा दूसरे तारे के किसी ग्रह को अपने गुरुत्व बल से अपनी ओर खींच लेता है। इसी प्रक्रिया को ग्रहों की चोरी कहा जाता है। बाद में तारे एक-एक करके अपने झुंड से बाहर होते जाते हैं और वह चोरी किया हुआ ग्रह नए तारे के सौरमंडल में घूमने लगता है।