उत्तर कोरिया पर हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कही ये बात
इस बारे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से जब पूछा गया कि वह उत्तर कोरिया पर हमला करेंगे तो उन्होंने कहा, ‘देखते हैं।’
वाशिंगटन(प्रेट्र)। दुनिया को चौंकाने वाले कारनामों के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए उत्तर कोरिया ने रविवार को छठा परमाणु परीक्षण किया। यह उसके पांचवें परमाणु परीक्षण से कम से कम दस गुना ज्यादा शक्तिशाली था। उत्तर कोरिया ने अपने अब तक के सबसे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण के ‘पूरी तरह सफल’ रहने का दावा किया है। यह एक ऐसा हथियार है जो अमेरिका में कहीं भी हमला कर सकता है। इस बारे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से जब पूछा गया कि वह उत्तर कोरिया पर हमला करेंगे तो उन्होंने कहा, ‘देखते हैं।’ उन्होंने उम्मीद जताई कि बीजिंग अपने पड़ोसी देश उत्तर कोरिया पर दबाव बनाएगा।
ट्रंप ने ट्वीट किया कि अमेरिका ‘उत्तर कोरिया के साथ व्यवसाय करने वाले किसी भी देश से व्यापार बंद करने पर विचार कर रहा है।’ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस परमाणु परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया को बड़ा खतरा और चीन के लिए शर्मिंदगी की वजह बताते हुए आगाह किया कि ‘तुष्टीकरण’ प्योंगयोंग के लिए काम नहीं करेगा।
ट्रंप ने लिखा कि ‘‘उत्तर कोरिया ने बड़ा परमाणु परीक्षण किया है, उसकी कथनी और करनी अमेरिका के लिए शत्रुतापूर्ण और खतरनाक है। ’’
ट्रंप ने एक और ट्वीट कर कहा कि उत्तर कोरिया एक उद्दंड देश है जो बड़ा खतरा बन गया है और चीन को शर्मसार कर रहा है जो कि उसकी मदद की कोशिश कर रहा लेकिन थोड़ी ही सफलता मिली है। ’’
बता दें कि उत्तर कोरिया का यह परमाणु परीक्षण उसके पांचवें परमाणु परीक्षण से कम से कम दस गुना ज्यादा शक्तिशाली था। परीक्षण में प्रयुक्त बम 1945 में जापान के नागासाकी शहर पर डाले गए अमेरिकी परमाणु बम से ज्यादा शक्तिशाली था। परीक्षण के वक्त रिक्टर पैमाने पर 6.3 के भूकंप की तरह धरती डोली। चीन, रूस और जापान में भूकंप का झटका महसूस किया गया। उत्तर कोरिया का दावा है कि उसने हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया है। हाइड्रोजन बम परमाणु बम से 100 गुना ज्यादा शक्तिशाली होता है। उत्तर कोरिया ने बीते मंगलवार को ही लंबी दूरी की बैलेस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया था जो गुआम के नजदीक गिरी थी।
दुनिया के ज्यादातर देशों ने निंदा की
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिबंधों को धता बताते हुए उत्तर कोरिया के ताजा परमाणु परीक्षण से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव काफी बढ़ गया है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास के चंद रोज बाद किये गए परीक्षण से उत्तर कोरिया ने जता दिया है कि वह किसी की परवाह नहीं करता। पैदा हुए हालात पर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात की है। एबी का सुझाव है कि अब उत्तर कोरिया को तेल की आपूर्ति रोकी जाए। उत्तर कोरिया के इस कदम की दुनिया के ज्यादातर देशों ने निंदा की है। भारत का कहना है कि उत्तर कोरिया का यह कदम शांति के लिए बड़ा खतरा है। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने परमाणु परीक्षण की निंदा करते हुए उत्तर कोरिया पर यूरोपीय यूनियन की तरफ से नए प्रतिबंध लगाने की जरूरत बताई है।
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