हैम्बर्ग यात्रा के दौरान पुतिन के विमान ने बदला मार्ग
विमानों के यात्रा मार्ग पर नजर रखने वाली फ्लाइट रडार 24 वेबसाइट ने यह जानकारी दी है।
विल्नुस, रायटर। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हैम्बर्ग यात्रा को लेकर चौंकाने वाली बात सामने आई है। उनका विमान पूर्व निर्धारित मार्ग के बजाय दूसरे रूट से जर्मनी पहुंचा। बताया जाता है कि नाटो के सदस्य देशों पोलैंड और बाल्टिक देशों से बचने के लिए ऐसा किया गया। इसके लिए तकरीबन 500 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ी।
विमानों के यात्रा मार्ग पर नजर रखने वाली फ्लाइट रडार 24 वेबसाइट ने यह जानकारी दी है। इसके मुताबिक, रूस के सरकारी विमान ने गुरुवार को मास्को से हैम्बर्ग के लिए उड़ान भरी थी। बेलारूस और पोलैंड (नाटो सदस्य) के हवाई क्षेत्र से जाने के बजाय पुतिन को ले जा रहा विमान फिनलैंड और स्वीडन होकर जर्मनी पहुंचा। रूसी एजेंसियों ने बाल्टिक क्षेत्र को भी सुरक्षित नहीं माना।
रूसी राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने इसका सीधा जवाब देने से इन्कार करते हुए कहा कि यह कदम सुरक्षा को देखते हुए उठाया गया। हालांकि, पिछले कुछ वर्षो में पुतिन नाटो के पूर्वी यूरोपीय सदस्य देशों के हवाई क्षेत्र से कई बार यात्राएं कर चुके हैं, लेकिन इस बार विशेष सतर्कता बरती गई। रिकॉर्ड के मुताबिक, पिछले 12 महीनों में पुतिन ने यूरोपीय संघ के सदस्य देशों से होते हुए सीधी उड़ान ली है।
रूस द्वारा वर्ष 2014 में क्रीमिया का अधिग्रहण करने के बाद पोलैंड और बाल्टिक देश खासकर लिथुआनिया, लाटविया और इस्टोनिया ने मास्को के कदम की खुलकर आलोचना की थी। यूक्रेन पहले ही रूस के लिए अपने हवाई क्षेत्र को प्रतिबंधित कर चुका है।
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