अमेरिका 15 दिनों में शम्सी एयरबेस खाली करे
पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों में आई खटास के बीच नाटो सेना के हेलीकॉप्टरों ने शुक्रवार की रात पाकिस्तानी सेना की सलाला जांच चौकी पर हमले किए। मोहमंद कबाइली क्षेत्र स्थित इस चौकी पर हुए हमले में एक मेजर और एक कैप्टन सहित 28 सैनिक मारे गए। 15 सैनिक घायल हैं। इससे नाराज पाकिस्तान ने शनिवार को अफगानिस्तान में तैनात नाटो सैनिकों की आपूर्ति का रास्ता बंद कर दिया है। साथ ही अमेरिका को पंद्रह दिनों के अंदर शम्सी हवाई अड्डा खाली करने को कहा है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों में आई खटास के बीच नाटो सेना के हेलीकॉप्टरों ने शुक्रवार की रात पाकिस्तानी सेना की सलाला जांच चौकी पर हमले किए। मोहमंद कबाइली क्षेत्र स्थित इस चौकी पर हुए हमले में एक मेजर और एक कैप्टन सहित 28 सैनिक मारे गए। 15 सैनिक घायल हैं। इससे नाराज पाकिस्तान ने शनिवार को अफगानिस्तान में तैनात नाटो सैनिकों की आपूर्ति का रास्ता बंद कर दिया है। साथ ही अमेरिका को पंद्रह दिनों के अंदर शम्सी हवाई अड्डा खाली करने को कहा है। अमेरिका इस हवाई अड्डे का इस्तेमाल ड्रोन हमलों के लिए करता है। प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने हमले की कड़ी निंदा की है। अमेरिका ने इस घटना के लिए खेद जताया है।
इस घटना ने मई में आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन के एबटाबाद में मारे जाने के बाद से पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों में पड़ी दरार को खाई में बदल दिया है। पाकिस्तान ने हमले को अपनी प्रभुसत्ता का खुला उल्लंघन करार दिया है। इस हमले के बाद प्रधानमंत्री गिलानी ने एक आपात बैठक बुलाई। बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद थे। उसी के बाद अमेरिका को हवाई अड्डा खाली करने को कहा गया।
नाटो के हेलीकॉप्टरों ने जिस चौकी पर रात दो बजे हमला किया वह अफगानिस्तान की सीमा से करीब ढाई किलोमीटर दूर बैजाई इलाके में है। हमले के समय चौकी पर तैनात 40 सैनिक सोए हुए थे। सेना ने एक बयान में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल [आइएसएएफ] और नाटो [नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन] के हेलीकॉप्टरों ने चौकी पर अकारण अंधाधुंध फायरिंग की। पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत कैमरून मुंटर ने घटना पर खेद जताते हुए इसकी जांच में सहायता का प्रस्ताव दिया है। काबुल में नाटो के नेतृत्ववाले आइएसएएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि घटना की जानकारी मिल चुकी है और सूचनाएं एकत्र की जा रही हैं।
वाहनों को अफगानिस्तान लौटाया
पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने इस घटना के बाद मोहमंद कबाइली क्षेत्र के अफगानिस्तान से लगे सभी प्रवेश द्वारों को बंद कर दी है। नाटो के डेढ़ सौ से अधिक वाहनों को उन्होंने अफगानिस्तान वापस भेज दिया है।
हमले का विरोध
अमेरिका स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने इस हमले का मौखिक विरोध दर्ज कराया है। यूरोपीय संघ में पाकिस्तान के राजदूत जलील अब्बास जिलानी ने भी नाटो से ऐसा ही विरोध दर्ज कराया है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इसे आतंकवादी कार्य करार दिया है। पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के प्रमुख इमरान खान ने सरकार से अमेरिकी नेतृत्व में चल रहे आतंकवाद के खिलाफ युद्ध से अलग हो जाने को कहा है।
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