167 दिन बाद लौटे आईएसएस से धरती पर लौटे अंतरिक्ष यात्री
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आइएसएस) में 167 दिन बिताने के बाद तीन अंतरिक्ष यात्री गुरुवार सुबह धरती पर लौट आए। रूसी अंतरिक्ष यान तीनों को लेकर घने कजाखिस्तान के पास उतरा। इन यात्रियों में से एक बैरी विल्मोर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा से जुड़े हैं। दो अन्य, एलेक्जेंडर समोकुत्याएव और येलेना
वाशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आइएसएस) में 167 दिन बिताने के बाद तीन अंतरिक्ष यात्री गुरुवार सुबह धरती पर लौट आए। रूसी अंतरिक्ष यान तीनों को लेकर घने कजाखिस्तान के पास उतरा। इन यात्रियों में से एक बैरी विल्मोर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा से जुड़े हैं। दो अन्य, एलेक्जेंडर समोकुत्याएव और येलेना सेरोवा रूसी अंतरिक्ष एजेंसी कॉस्मोस के वैज्ञानिक हैं।
पहली रूसी महिला
सरोवा रूस की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री हैं। जबकि समोकुत्याएव और विल्मोर की यह दूसरी अंतरिक्ष यात्रा थी। इस दौरान विल्मोर ने चार बार अंतरिक्ष में चहलकदमी की। उन्होंने कुल 25 घंटे 36 मिनट आइएसएस के बाहर व्यतीत किए।
कई प्रयोग किए
तीनों वैज्ञानिकों ने आइएसएस की प्रयोगशाला में जैविक एवं भौतिक विज्ञान और पृथ्वी से जुड़े कई प्रयोग किए गए। अंतरिक्ष में टैक्सी पार्किंग स्लॉट स्थापित किया। बोइंग और स्पेसएक्स भविष्य में इसका इस्तेमाल कर अंतरिक्ष में टैक्सी की सुविधा मुहैया कराएंगे। अंतरिक्ष यात्रा करने वाले वाहनों के लिए संचार प्रणाली (कॉमन कम्युनिकेशंस फॉर विजिटिंग व्हीकल्स) स्थापित करने की दिशा में भी काम किया।
वट्रस नए कमांडर
विल्मोर के लौटने के बाद नासा के टेरी वर्ट्स आइएसएस में 'एक्पेंडिशन 43' के नए कमांडर हैं। उनके साथ कॉस्मोस के एंटन श्काप्लेरोव और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की समांथा क्रिस्टोफोरेट्टी भी हैं। ये तीनों मई में धरती पर लौटेंगे। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का तीन सदस्यीय एक और दल अब 27 मार्च को आइएसएस पहुंचेगा। इनमें से दो लोग करीब एक साल तक यहां रहेंगे।
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