एच 1 बी प्रणाली संशोधन में हो विवेक का इस्तेमाल
अमेरिकी कांग्रेस में खन्ना सिलिकन वैली का प्रतिनिधित्व करते हैं। सिलिकन वैली में बड़ी संख्या में भारतीय एवं अन्य आव्रजक काम करते हैं।
वाशिंगटन, प्रेट्र। भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने रोजगार बढ़ाने और अर्थव्यवस्था की मजबूती में मददगार आव्रजकों के लिए अमेरिका का दरवाजा खुला रखने की वकालत की है। उन्होंने एच-1बी वीजा प्रणाली के संशोधन में विवेक का इस्तेमाल करने की अपील की है।
अमेरिकी कांग्रेस में खन्ना सिलिकन वैली का प्रतिनिधित्व करते हैं। सिलिकन वैली में बड़ी संख्या में भारतीय एवं अन्य आव्रजक काम करते हैं। उन्होंने कहा कि कई अमेरिकियों का मानना है कि एच-1बी वीजा कार्यक्रम में सुधार करना जरूरी है। एक साक्षात्कार में खन्ना ने कहा, 'निश्चित रूप से हमलोग इसके गलत प्रयोग के अंतिम मोड़ पर हैं। हमारे पास ऐसी कोई कंपनी नहीं होनी चाहिए जिनके पास 50 फीसद से ज्यादा एच-1बी वीजा धारक हों। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे लोगों को तय मापदंड के अनुसार ही वेतन मिले।' खन्ना अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में पहली बार चुने गए हैं।
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खन्ना का यह बयान अमेरिका में वर्क वीजा प्रोग्राम की समीक्षा की बढ़ रही मांग के बीच आया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'अमेरिका फर्स्ट' नारे से भी इस मांग को बल मिला है। एच-1बी एक गैर आव्रजक वीजा है जिसके तहत अमेरिकी फर्मो को विदेशी कर्मचारियों को बहाल करने की अनुमति दी गई है। केवल सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की जरूरत वाली जगहों पर ही विदेशी कर्मचारियों की नियुक्ति की जा सकती है।
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यह वीजा भारतीय तकनीकी विशेषज्ञों और तकनीकी कंपनियों में बेहद लोकप्रिय है। ऐसी कंपनियां प्रोग्राम पर निर्भर हैं और हर साल हजारों की संख्या में कर्मचारियों की नियुक्ति करती हैं।