आईएईए-ईरान करार के बाद रुख तय करेगा अमेरिका
अमेरिका ने ईरान और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेसी [आईएईए] के बीच समझौते की दिशा मे आगे बढ़ने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि यह एक अग्रगामी कदम है। लेकिन अमेरिका ईरान द्वारा की जाने वाली कार्रवाईयो के आधार पर उसका मूल्यांकन करेगा।
वाशिंगटन। अमेरिका ने ईरान और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी [आईएईए] के बीच समझौते की दिशा में आगे बढ़ने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि यह एक अग्रगामी कदम है। लेकिन अमेरिका ईरान द्वारा की जाने वाली कार्रवाईयों के आधार पर उसका मूल्यांकन करेगा।
आईएईए के अध्यक्ष युकिया अमानो ने तेहरान से लौटकर कहा कि उन्होंने और ईरान के मुख्य परमाणु वार्ताकार ने ईरान के संदिग्ध परमाणु शस्त्र गतिविधियों की आईएईए द्वारा जाच के लिए समझौता की दिशा में आगे बढ़ने का फैसला किया है।
बहरहाल, रविवार को ईरान से रवाना होने से पहले उम्मीदों के विपरीत अमानो समझौता करने में असफल रहे। अमानो ने वियना हवाईअड्डे पर कहा कि कुछ मतभेदों को दूर करने के बाद समझौता जल्द ही हो जाएगा। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्नी ने कहा कि आज की घोषणा एक अग्रगामी कदम है। समझौते की योजना निश्चित तौर पर महत्वपूर्ण है।
हालाकि उन्होंने कहा कि हम ईरान द्वारा संबंधित कार्रवाई करने के बाद ही उसे लेकर अपना रूख तय करेंगे। वहीं विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने कहा कि समझौते की घोषणा अच्छी बात है। लेकिन हम इसे लागू होते देखना चाहते हैं।
बुधवार को ईरान और अमेरिका सहित छह विश्व शक्तियों के बीच बगदाद में होने वाली बैठक से पहले हम समझौता लागू होते देखना चाहते हैं। नुलैंड ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि ईरान के सभी परमाणु ठिकानों, दस्तावेजों और कर्मचारियों की जाच कर पता लगाए कि क्या ईरान का परमाणु कार्यक्रम शातिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर चल रहे गतिरोध को दूर करने के उद्देश्य से बुधवार को बगदाद में ईरान के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य पांचों देश - ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका के अलावा जर्मनी के बीच एक बैठक हो रही है।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता वक्टोरिया नुलैंड ने कहा कि समझौते की घोषणा च्च्छी बात है लेकिन हम इसे लागू होते देखना चाहते हैं। बुधवार को ईरान और अमेरिका सहित छह विश्व शक्तियों के बीच बगदाद में होने वाली बैठक से पहले हम समझौता लागू होते देखना चाहते हैं।
नुलैंड ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि ईरान के सभी परमाणु ठिकानों, दस्तावेजों और कर्मचारियों की जाच कर पता लगाए कि क्या ईरान का परमाणु कार्यक्रम शातिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर चल रहे गतिरोध को दूर करने के उद्देश्य से बुधवार को बगदाद में ईरान के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पाचों सदस्य देश - ब्रिटेन, चीन, फ्रंास, रूस और अमेरिका के अलावा जर्मनी के बीच एक बैठक हो रही है।
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