गैस मुद्दे पर रूस को अंतरराष्ट्रीय अदालत में ले जाएगा यूक्रेन
कीव/लंदन। रूस द्वारा गैस की कीमत में इजाफे से परेशान यूक्रेन ने मॉस्को को अंतरराष्ट्रीय अदालत में ले जाने की धमकी दी है। यूक्रेन के प्रधानमंत्री आर्सेनी यात्सेन्युक ने कहा कि तीन दिन में दो बार गैस कीमत में वृद्धि उनके देश के खिलाफ आर्थिक युद्ध की घोषणा जैसा है। हम अपने पड़ोसी देश के खिलाफ मध्यस्थता अदालत में जाएंगे।
कीव/लंदन। रूस द्वारा गैस की कीमत में इजाफे से परेशान यूक्रेन ने मॉस्को को अंतरराष्ट्रीय अदालत में ले जाने की धमकी दी है। यूक्रेन के प्रधानमंत्री आर्सेनी यात्सेन्युक ने कहा कि तीन दिन में दो बार गैस कीमत में वृद्धि उनके देश के खिलाफ आर्थिक युद्ध की घोषणा जैसा है। हम अपने पड़ोसी देश के खिलाफ मध्यस्थता अदालत में जाएंगे।
रूस की दिग्गज कंपनी गेजप्रॉम ने यूक्रेन को दी जाने वाली गैस की कीमत 81 फीसद बढ़ाकर 268.50 डॉलर से बढ़ाकर 485.50 डॉलर प्रति 1,000 क्यूबिक मीटर कर दी थी। यह किसी भी अन्य यूरोपीय देश से ली जाने वाली कीमत से ज्यादा है। इसके अलावा गेजप्रॉम ने कीव से पुराना बकाया भुगतान की मांग भी की है। आर्सेनी ने बताया कि उनका देश यूरोपीय संघ के पड़ोसियों के साथ प्राकृतिक गैस आयात करने के मसले पर भी बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक और आर्थिक दबाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम इतनी कीमत को स्वीकार नहीं करेंगे। यूक्रेन पुरानी कीमत पर ही गैस खरीदेगा। वे सैन्य ताकत से हमें नहीं घेर सके। इसलिए अब उन्होंने हमारे ऊपर आर्थिक चढ़ाई शुरू कर दी है। यूक्रेन पहले से ही आर्थिक संकट में फंसा हुआ है। रूस द्वारा गैस की कीमत बढ़ाने का निर्णय उसके लिए कोढ़ में खाज जैसा साबित होगा।
प्रधानमंत्री ने जनता को दिए संदेश में कहा कि आगे चलकर रूस गैस की मात्रा कम करने के अलावा पूरी तरह से आपूर्ति रोक भी सकता है। जनता को इस चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। क्रीमिया प्रायद्वीप को यूक्रेन से छीनकर रूस का हिस्सा बना दिए जाने के बाद दोनों देशों के संबंध शत्रुतापूर्ण हो गए हैं। आर्सेनी ने कहा कि हम स्लोवाकिया, हंगरी और पोलैंड से गैस आयात करने की योजना पर विचार कर रहे हैं। आर्थिक संकट से जूझ रहे यूक्रेन की आधी गैस जरूरत को रूस पूरा करता है। वहीं, यूरोपीय देश भी अपनी एक तिहाई गैस रूस से मंगाते हैं।
यूक्रेन से 11 अरब डॉलर कर्ज वापस चाहती है गेजप्रॉम
मॉस्को। रूस की दिग्गज पेट्रोलियम कंपनी गेजप्रॉम के अध्यक्ष एलेक्सी मिलर ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन को पिछले चार वर्षो के दौरान रूसी गैस पर मिली छूट की रकम को वापस करना चाहिए जो करीब 11.4 अरब डॉलर है। खार्किव संधि के तहत यूक्रेन को क्रीमिया के बंदरगाह सुविधाओं के इस्तेमाल के बदले वर्ष 2017 तक कम दामों पर रूसी गैस की आपूर्ति की जानी थी। कंपनी ने यूक्रेन से हाल ही में की गई गैस आपूर्ति का तत्काल भुगतान करने को कहा है जिसका मूल्य 2.2 अरब डॉलर से अधिक है।
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