सौर परिवार के बाहर दिखे पानी के बादल
वैज्ञानिकों के एक दल ने पहली बार हमारे सौर परिवार के बाहर पानी के बादलों को चिह्नित किया है। कार्नेजी मेलन यूनिवर्सिटी की जैकलिन फहर्टी और उनकी टीम ने इस सबसे ठंडे ब्राउन ड्वार्फ को खोजा है।
वाशिंगटन। वैज्ञानिकों के एक दल ने पहली बार हमारे सौर परिवार के बाहर पानी के बादलों को चिह्नित किया है। कार्नेजी मेलन यूनिवर्सिटी की जैकलिन फहर्टी और उनकी टीम ने इस सबसे ठंडे ब्राउन ड्वार्फ को खोजा है। ब्राउन ड्वार्फ प्राय: तारों और ग्रहों के बीच के गुणधर्म वाले पिंडों को कहा जाता है। वे इतने छोटे होते हैं कि तारों की तरह उन पर हाइड्रोजन फ्यूजन की प्रक्रिया नहीं हो सकती। ना ही ये बड़े ग्रहों जैसे होते हैं। नासा के वाइड फील्ड इंफ्रारेड सर्वे एक्सप्लोरर के जरिए देखा गया डब्ल्यू-0855 सूर्य का चौथा सबसे नजदीकी ब्राउन ड्वार्फ है। यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स के खगोलविद् क्रिस टिनी ने कहा, 'यह शानदार है। यह पिंड बेहद धुंधला है और इसे सबसे पहले देखना मेरे लिए रोमांचकारी है।' इसकी तस्वीरों के अध्ययन में सल्फाइड और पानी के बादल होने के प्रमाण मिले हैं। सौर परिवार में बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नच्प्च्यून ग्रहों पर पानी के बादल के प्रमाण मिले हैं। अब तक सौर परिवार के बाहर ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला था।
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