Move to Jagran APP

एच-1बी वीजा जालसाजी में फंसे दो भारतीय-अमेरिकी

दोष सिद्ध होने पर 46 वर्षीय जयवेल मुरुगन और 40 वर्षीय सैयद नवाज को 20 वर्ष कैद की सजा भुगतनी पड़ सकती है।

By Mohit TanwarEdited By: Published: Wed, 29 Mar 2017 04:44 PM (IST)Updated: Wed, 29 Mar 2017 05:21 PM (IST)
एच-1बी वीजा जालसाजी में फंसे दो भारतीय-अमेरिकी
एच-1बी वीजा जालसाजी में फंसे दो भारतीय-अमेरिकी

वाशिंगटन, प्रेट्र। दो भारतीय-अमेरिकी एच-1बी वीजा हासिल करने में जालसाजी करने के आरोपी बनाए गए हैं। अमेरिका की एक फेडरल कोर्ट ने संकेत दिया है कि भारतीय टेक्नोलाजी पेशेवरों के लिए एच-1बी वीजा हासिल करने में आरोपियों ने जाली दस्तावेज इस्तेमाल किया।

loksabha election banner

दोष सिद्ध होने पर 46 वर्षीय जयवेल मुरुगन और 40 वर्षीय सैयद नवाज को 20 वर्ष कैद की सजा भुगतनी पड़ सकती है। दोनों को 250,000 अमेरिकी डॉलर जुर्माना भरना पड़ सकता है या अदालत उन्हें कैद के साथ ही जुर्माने भरने की भी सजा सुना सकती है।

फ्रेंमॉन्ट की डायनासॉफ्ट सेनर्जी में मुरुगन मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। फेडरल अभियोजक ने आरोप लगाया है कि मुरुगन और नवाज ने भारतीय टेक्नोलाजी पेशेवरों के लिए एच-1बी वीजा हासिल करने में जाली दस्तावेज का इस्तेमाल किया है। दोनों इस तरह की गतिविधि में 2010 से 2016 के बीच शामिल थे।

यह भी पढ़ें: 462 अरब के घोटाले में घिरे जरदारी के करीबी को जमानत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.