कतर से अरब देशों ने तोड़े संबंध, खाड़ी संकट सुलझाने को सामने आए तुर्की के राष्ट्रपति
कतर पर अल कायदा, आइएस जैसे आतंकी संगठनों के समर्थन का आरोप लगाते हुए कई अरब देशों ने उससे कूटनीतिक संबंध खत्म कर लिए हैं।
अंकारा, एएनआइ। आतंकवाद के मुद्दे पर सऊदी अरब, बहरीन, मिस्त्र, यमन और संयुक्त अरब अमीरात जैसे अरब देशों ने पड़ोसी कतर से अपने कूटनीतिक संबंध खत्म कर लिए हैं। कतर पर अल कायदा, आइएस जैसे आतंकी संगठनों के समर्थन का आरोप है और उसके ईरान से भी नजदीकी संबंध हैं। सभी देशों ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए कतर से संबंध खत्म करने का फैसला किया है।
ऐसे में इन सबको लेकर खाड़ी में पैदा हुए कूटनीतिक संकट को सुलझाने के लिए तुर्की के राष्ट्रपति रीसेप तैयप एर्दोगन आगे आए हैं। उन्होंने गल्फ कॉरपोरेशन काउंसिल (जीसीसी) के सदस्यों के बीच वार्ता और समझौते के लिए आह्वान किया है।
एर्दोगन के प्रवक्ता इब्राहिम कालीन ने इस पूरे घटनाक्रम पर तुर्की की तरफ से अफसोस जताया और कहा कि जरूरत पड़ने पर वह मदद को तैयार हैं। एर्दोगन कई देशों के प्रमुखों के साथ फोन कॉल के माध्यम से द्विपक्षीय वार्ता की प्रक्रिया में सक्रियता से शामिल हैं। इब्राहिम ने कहा कि जीसीसी के सदस्य जिनके साथ तुर्की एक कूटनीतिक व्यापार गठबंधन में शामिल है, उन्हें वार्ता, समझौते और संचार के माध्यम से अपनी समस्याओं को सुलझाना चाहिए।
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