पाक परमाणु हथियारों की सुरक्षा के लिए जरूरी है अफगानिस्तान में यूएस आर्मी की मौजूदगी: ट्रंप
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में सबसे आगे चल रहे अरबपति कारोबारी डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान में अमेरिकी फौज की तैनाती का समर्थन किया है।
वाशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में सबसे आगे चल रहे अरबपति कारोबारी डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान में अमेरिकी फौज की तैनाती का समर्थन किया है। एक डिबेट के दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को नियंत्रित करने और उसके परमाणु हथियारों की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी फौज की तैनाती की जाए।
उन्होंने वादा किया कि यदि वह इस चुनाव में विजयी हुए तो अफगानिस्तान में एक बार फिर से अमेरिकी फौज की तैनाती करवाएंगे। राष्ट्रपति चुनाव के लिए चल रही डिबेट के दौरान उन्होंने कहा कि मेरा यह मानना है कि हमारी फौज को अभी कुछ समय और अफगानिस्तान में रहना चाहिए था। इसकी वजह यह है कि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियारों की बड़ी खेप मौजूद है। ऐसे में यदि उसे सुरक्षित नहीं रखा गया तो अगला निशाना अमेरिका हो सकता है। लिहाजा इसके लिए यह जरूरी है कि अफगानिस्तान में अमेरिकी फौज की तैनाती काे सुनिश्चित किया जाए। यह बातें उन्हाेंने डिबेट के बाद एक प्रश्न के जवाब में कही।
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पिछले वर्ष उन्होंने भारत पर टिप्पणी करते हुए यह भी कहा था कि भारत पाकिस्तान से परमाणु हथियारों को खत्म करवाना चाहता है। उनकी यह स्पीच रेडियो पर प्रसारित की गई थी। उनका कहना था कि भारत के पास भी परमाणु हथियारों के साथ-साथ बेहतरीन और सशक्त फौज है। लिहाजा इन दोनों देशों से अमेरिका को बहुत सूझबूझ के साथ बात करने की जरूरत है।
गौरतलब है कि ट्रंप इन दिनों चल रही प्रजिडेंशियल डिबेट में सबसे आगे चल रहे हैं। वह ग्रामीण इलाकों में कंजरवेटिव रिपब्लिकन में काफी प्रसिद्ध केंडिडेट हैं। यहां पर करीब 70 फीसद आबादी श्वेत लोगों की है। डिबेट के दौरान उन्होंने कहा कि परमाणु हथियरों ने अब इस खेल को बदलकर रख दिया है। उन्होंने इस दौरान इस मुद्दे पर लोगों को कंविंस करने की पुरजोर कोशिश की कि अफगानिस्तान में यूएस फौज का रहना आखिर क्येां जरूरी है।
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