हैकिंग को लेकर ट्रंप ने फिर साधा निशाना
अमेरिकी चुनाव को हैक करने के दावे को पेश करने वाली खुफिया एजेंसी पर फिर डोनाल्ड ट्रंप ने निशाना साधा है। उन्होंने इसका अारोप रूस पर थोपने को गलत बताया है।
वाशिंगटन (एएफपी/एपी)। डोनाल्ड ट्रंप ने कंप्यूटर हैकिंग से अमेरिकी चुनाव में रूसी हस्तक्षेप का दावा करने वाली देश की खुफिया एजेंसी पर फिर निशाना साधा है। उन्होंने ऑनलाइन संचार सुरक्षा के बारे में नए संदेह व्यक्त किए हैं। साथ ही स्पष्ट किया है कि निजी सूचनाओं की सुरक्षा के मामले में उन्हें कंप्यूटर पर भरोसा नहीं है। कहा कि सिर्फ संदेह के आधार पर रूस पर हैकिंग का आरोप मढ़ा जाना सही नहीं है। उन्होंने बताया कि आरोपों के बारे में और अधिक जानकारी हासिल करने के लिए उनकी अगले सप्ताह खुफिया अधिकारियों से मिलने की योजना है।
अमेरिका ने इस सप्ताह की शुरुआत में ही रूसी खुफिया एजेंसियों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश के साथ ही 35 राजनयिकों को भी निष्कासित कर दिया। अमेरिका का कहना था कि ये सभी जासूस थे। रूसी सरकार ने इन आरोपों का खंडन किया है।
फ्लोरिडा स्थित अपने मर-अ-लागो क्लब में नववर्ष की पार्टी के दौरान अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा, 'मैंने अमेरिकी अधिकारियों से कहा है कि वे इस बात को लेकर आश्वस्त हो लें, क्योंकि यह एक गंभीर आरोप है और मैं उन्हें सुनिश्चित करना चाहता हूं।' उनके अनुसार, यह अनुचित है कि सिर्फ संदेह के आधार पर अमेरिका रूस पर हैकिंग का आरोप लगाए। उन्होंने कहा, 'मैं हैकिंग के बारे में काफी जानता हूं। हैकिंग को साबित करना बहुत ही मुश्किल है, इसलिए यह कोई और भी हो सकता है।'
भले ही ट्रंप सिलसिलेवार तरीके से ट्वीट करते हैं, लेकिन वह ईमेल और कंप्यूटर का इस्तेमाल कभी-कभी ही करते हैं। उन्होंने कहा कि जब बात निजी सूचनाओं को सुरक्षित रखने की हो तो कोई भी कंप्यूटर सुरक्षित नहीं है। नए साल की पार्टी के दौरान ट्रंप ने कहा, 'आप जानते हैं, अगर आपके पास कुछ अति महत्वपूर्ण है तो इसे लिख लें और पुराने तरीके कूरियर की मदद से भेजें, क्योंकि कोई भी कंप्यूटर सुरक्षित नहीं है।'