ट्रंप के एच1बी वीजा बिल ने बढ़ाई भारतीयों की चिंता
ग्लोबल इंडियन टेक्नोलाजी प्रोफेशनल एसोसिएशन के अध्यक्ष खंडेराव कंद ने कहा, 'हम किसी भी दुरुपयोग को रोकने वाले कदम का समर्थन करते हैं।
वाशिंगटन, प्रेट्र : अमेरिका के सिलिकॉन वैली में काम करने वाले भारतीय मूल के आइटी पेशेवरों में एच1बी वीजा को लेकर चिंता बढ़ गई है। इस पर ट्रंप प्रशासन अमेरिकी कांग्रेस में नया विधेयक पेश करने जा रहा है। पेशेवरों ने कहा कि इसका भारतीय समुदाय पर प्रतिकूल असर पड़ना लगभग तय है।
हाल ही में सैकड़ों भारतीय पेशेवर सिलिकॉन वैली में जमा हुए और इस पर अपनी चिंता जाहिर की। उनका कहना था कि इस मुद्दे पर सांसदों और नीति निर्माताओं के बीच जागरुकता पैदा करने की जरूरत है। ग्लोबल इंडियन टेक्नोलाजी प्रोफेशनल एसोसिएशन के अध्यक्ष खंडेराव कंद ने कहा, 'हम किसी भी दुरुपयोग को रोकने वाले कदम का समर्थन करते हैं।
हालांकि ज्यादातर विधेयकों में न्यूनतम वेतन में वृद्धि को साधा जाता है। इसका प्रतिकूल असर अमेरिकी यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट होने वाले भारतीय छात्रों पर पड़ेगा। इसका उन कुशल पेशेवरों पर भी असर पड़ेगा जिनके पास कुछ साल का ही अनुभव है। इनके लिए नौकरी पाना बेहद कठिन हो जाएगा।'
एच1बी एक गैर प्रवासी वीजा है। इससे अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारी रखने की इजाजत मिलती है। इसके लिए हर साल हजारों कर्मचारियों के लिए कंपनियां इस वीजा पर निर्भर होती हैं। एसोसिएशन की बैठक में इस बात की सिफारिश की गई कि नीति निर्माताओं और उद्योग जगत की बड़ी हस्तियों के बीच जागरुकता पैदा की जाए।