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दक्षिण एशिया के लिए नए विकल्पों पर विचार कर रहे ट्रंप

व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर बताया कि ट्रंप ने शनिवार को कैंप डेविड सैन्य अड्डे पर शीर्ष सुरक्षा सलाहकार के साथ बैठक की।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Sat, 19 Aug 2017 08:02 PM (IST)Updated: Sat, 19 Aug 2017 08:02 PM (IST)
दक्षिण एशिया के लिए नए विकल्पों पर विचार कर रहे ट्रंप
दक्षिण एशिया के लिए नए विकल्पों पर विचार कर रहे ट्रंप

वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दक्षिण एशिया से जुड़ी रणनीति के नए विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। इसका उद्देश्य क्षेत्र में अमेरिकी हितों को सुरक्षित रखना है। नई रणनीति के केंद्र में अफगानिस्तान है जहां डेढ़ दशक से भी ज्यादा समय से अमेरिका युद्ध में उलझा हुआ है। इसमें भारत और पाकिस्तान को भी शामिल किया जाएगा।

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व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर बताया कि ट्रंप ने शनिवार को कैंप डेविड सैन्य अड्डे पर शीर्ष सुरक्षा सलाहकार के साथ बैठक की। राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, 'कैंप डेविड में बेहद प्रतिभावान जनरल और सैन्य अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण दिन बिताया। इस दौरान अफगानिस्तान समेत कई मसलों पर फैसले लिए गए।' ट्रंप सरकार का मानना है कि वर्षो से जारी इस समस्या को क्षेत्रीय सहयोग से ही खत्म किया जा सकता है।

व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने कहा, 'राष्ट्रपति विकल्पों का अध्ययन कर रहे हैं। उचित वक्त आने पर अमेरिकी जनता, सहयोगी देशों और पूरी दुनिया को इसके बारे में जानकारी दी जाएगी।' बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल एचआर मैकमास्टर, उपराष्ट्रपति माइक पेंस, व्हाइट हाउस में चीफ ऑफ स्टाफ जॉन केली, विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन, रक्षा मंत्री जिम मैटिस, सीआइए निदेशक माइक पोंपियो, राष्ट्रीय खुफिया विभाग के प्रमुख डेनियल कोट्स और दक्षिण एशिया मामलों पर राष्ट्रपति की सलाहकार लिजा कुर्टिस शामिल हुई।

इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी की राजदूत निक्की हेली ने भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये इसमें शिरकत कीं। इस बीच, रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने अफगानिस्तान से सेना हटाने की स्थिति में 9/11 जैसे हमले की आशंका जताई है।

उ. कोरिया के हमले से निपटने की तैयारी में जुटा जापान

उत्तर कोरिया के आक्रामक रवैये से घबराए जापान ने मिसाइल हमले से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। तटवर्ती शहर कोटौरा में हमले की स्थिति में राहत और बचाव कार्य का अभ्यास किया गया। प्रशांत महासागर में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे गुआम द्वीप पर हमला होने की स्थिति में मिसाइलें इसी क्षेत्र से गुजरेंगी।

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