अमेरिका जाने वाले छात्रों की संख्या में आ सकती है गिरावट
60 फीसद छात्रों ने कहा ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर अध्ययन के लिए वे अमेरिका जाने का इरादा छोड़ सकते हैं। हिलेरी के लिए ऐसा कहने वालों की संख्या केवल 3.8 फीसद थी।
ह्यूस्टन, प्रेट्र । सख्त प्रवासी नीति के पैरोकार डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद से विशेषज्ञ अमेरिका आने वाले विदेशी छात्रों की संख्या में गिरावट की आशंका जता रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान आए एक सर्वे में भी इसके आसार व्यक्त किए गए थे। इस सर्वे में 118 देशों के करीब 40 हजार छात्रों से रायशुमारी की गई। 60 फीसद छात्रों ने कहा ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर अध्ययन के लिए वे अमेरिका जाने का इरादा छोड़ सकते हैं। हिलेरी के लिए ऐसा कहने वालों की संख्या केवल 3.8 फीसद थी।
मेक्सिको से 2015 में 17 हजार छात्र अमेरिका गए थे। लेकिन, इस सर्वे में शामिल मेक्सिको के 80 फीसद छात्रों ने कहा कि ट्रंप के जीतने पर वे अमेरिका नहीं जाएंगे। गौरतलब है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में विदेशी छात्र अच्छा-खासा योगदान देते हैं। वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार 2015 में ऐसे छात्रों ने अर्थव्यवस्था में 35 अरब डॉलर (करीब 2373 अरब रुपये) का योगदान दिया। भारत, चीन और सऊदी अरब वे तीन शीर्ष देश हैं जहां से सबसे ज्यादा छात्र अमेरिका जाते हैं। 2014-15 में ऐसे छात्रों की संख्या में सात फीसद की वृद्धि देखी गई थी।