Move to Jagran APP

सौरमंडल के बाहर मिला सबसे सुस्त ग्रह

वाशिंगटन। खगोलविदों ने ब्रह्मांड में एक ऐसे एक्सोप्लेनेट की खोज की है जो अब तक का सबसे सुस्त ग्रह है। ये नया ग्रह अपने तारे की 704 दिन में एक परिक्रमा पूरी करता है। यह अब तक ज्ञात किसी एक्सोप्लेनेट का सबसे बड़ा परिक्रमा वर्ष है।

By Edited By: Published: Wed, 23 Jul 2014 01:59 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jul 2014 02:43 PM (IST)
सौरमंडल के बाहर मिला सबसे सुस्त ग्रह

वाशिंगटन। खगोलविदों ने ब्रह्मांड में एक ऐसे एक्सोप्लेनेट की खोज की है जो अब तक का सबसे सुस्त ग्रह है। ये नया ग्रह अपने तारे की 704 दिन में एक परिक्रमा पूरी करता है। यह अब तक ज्ञात किसी एक्सोप्लेनेट का सबसे बड़ा परिक्रमा वर्ष है।

loksabha election banner

खगोलविदों ने इस नए ग्रह को केपलर-421बी नाम दिया है। मंगल 780 दिनों में सूर्य का एक चक्कर पूरा करता है। एक्सोप्लेनेट वे ग्रह हैं जो कि हमारे सौर परिवार के बाहर किसी तारे की परिक्रमा करते हैं। अब तक 1800 अधिक एक्सोप्लेनेट की खोज की जा चुकी है। इनमें से यादातर अपने संबंधित सूरज के काफी नजदीक हैं और उनका परिक्रमा वर्ष छोटा है।

इस ग्रह का तारा केपलर-421 धरती से करीब 1,000 प्रकाश वर्ष की दूरी पर तारामंडल लायरा की दिशा में है। प्रमुख खोजकर्ता डेविड किपिंग ने कहा कि इस ग्रह की खोज एक करिश्मा है। कोई ग्रह अपने तारे से जितना दूर होता है, धरती से उसके दिखने की संभावना उतनी ही कम हो जाती है।

पढ़ें : जीवन का पता लगाया नासा

पढ़ें : 75 दिनों बाद मंगलयान का लाल ग्रह से होगा मिलन


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.