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मालदीव में दमन पर उतरी सरकार, विपक्षी नेताओंं की धरपकड़

मालदीव में राजनीतिक हालात गंभीर होते जा रहे हैं। सरकार ने तीन विपक्षी नेताओं समेत करीब 200 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यह कदम पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद नशीद की रिहाई और राष्ट्रपति यामीन अब्दुल गयूम के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन के दौरान पुलिस से झड़प के बाद

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Sat, 02 May 2015 08:19 PM (IST)Updated: Sat, 02 May 2015 09:33 PM (IST)
मालदीव में दमन पर उतरी सरकार, विपक्षी नेताओंं की धरपकड़

माले। मालदीव में राजनीतिक हालात गंभीर होते जा रहे हैं। सरकार ने तीन विपक्षी नेताओं समेत करीब 200 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यह कदम पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद नशीद की रिहाई और राष्ट्रपति यामीन अब्दुल गयूम के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन के दौरान पुलिस से झड़प के बाद उठाया गया।

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विपक्षी नेता इवा अब्दुल्ला ने कहा कि इन गिरफ्तारियों के बाद शुक्रवार को सरकार विरोधी प्रदर्शनों में शामिल विपक्ष के तकरीबन सभी नेता सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस्लामिक कंजर्वेटिव के नेता शेख इमरान, प्रमुख विपक्षी दल मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष अली वाहिद, रिपब्लिकन पार्टी जम्हूरी के उपनेता अमीन इब्राहिम को गिरफ्तार किया है। ऐसा माना जा रहा है कि इन गिरफ्तारियों के बाद राजनीतिक माहौल और खराब हो सकता है। सरकार ने इमरान पर आरोप लगाया कि उन्होंने सरकार को उखाड़ फेंकने के उद्देश्य से प्रदर्शनकारियों को हिंसा के लिए उकसाया। शुक्रवार को पूर्व राष्ट्रपति नशीद की रिहाई के लिए हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े थे।

खतरे में लोकतंत्र : कैरी

मालदीव में नेताओं की धर-पकड़ की अमेरिका ने आलोचना की है। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने कहा है कि मालदीव में लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने कहा कि बिना उचित प्रक्रिया के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद को सजा सुनाई गई। अब बड़े पैमाने पर उनके समर्थकों की गिरफ्तारी लोकतंत्र के लिए सही संकेत नहीं है। उन्होंने इसे अन्याय करार देते हुए कहा कि इस समस्या को जल्द से जल्द सुलझाने की जरूरत है।

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