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वैज्ञानिकों ने खोजा अब तक का सबसे बड़ा प्राइम नंबर

कंप्यूटर की मदद से अमेरिकी वैज्ञानिकों ने अब तक का सबसे बड़ा प्राइम नंबर (रूढ़ संख्या जो एक और खुद के अलावा किसी और से विभाजित नहीं होता है) खोज निकाला है। इस प्राइम नंबर का नाम एम74207281 दिया गया है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2016 06:43 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2016 06:58 PM (IST)
वैज्ञानिकों ने खोजा अब तक का सबसे बड़ा प्राइम नंबर

वाशिंगटन। कंप्यूटर की मदद से अमेरिकी वैज्ञानिकों ने अब तक का सबसे बड़ा प्राइम नंबर (रूढ़ संख्या जो एक और खुद के अलावा किसी और से विभाजित नहीं होता है) खोज निकाला है। इस प्राइम नंबर का नाम एम74207281 दिया गया है। इसमें 2.20 करोड़ से भी ज्यादा अंक हैं। इससे पहले सबसे बड़े प्राइम नंबर में पचास लाख अंक थे।

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आधिकारिक तौर पर इस प्राइम नंबर का पता सात जनवरी को लगा। कुर्टिस कूपर के नेतृत्व में यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल मिसौरी की एक टीम ने नया प्राइम नंबर बनाया है। कुर्टिस प्राइम नंबर के रिकॉर्ड को इससे पहले चार बार तोड़ चुके हैं। कूपर और उनकी टीम बड़े प्राइम नंबर की तलाश में जुटे द ग्रेट इंटरनेट मर्सेन प्राइम सर्च (जीआइएमपीएस) की हिस्सा है। इसमें बड़ी संख्या में विशेषज्ञ शामिल हैं।

कुर्टिस ने बताया कि जिस सॉफ्टवेयर के जरिये वह प्राइम नंबर की तलाश में जुटे थे, उसकी ओर से इसमें सफलता मिलने का ई-मेल आया। कंप्यूटर को हटाने के एक महीने बाद सॉफ्टवेयर की ओर से यह सूचना तब मिली जब उसे दुरुस्त किया जा रहा था। इससे पहले कुर्टिस और उनकी टीम को भी कंप्यूटर ने संकेत भेजने की कोशिश की थी, लेकिन तकनीकी खामियों के चलते संभव नहीं हो सका था।


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