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चार बार असफल होने के बाद स्पेस एक्स ने रचा इतिहास

स्पेस-एक्स आखिरकार फिर से इस्तेमाल होने वाले रॉकेट का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण करने में कामयाब रहा। फाल्कन-9 रॉकेट नासा के कार्गो मिशन को ISS में भेजकर वापस आ गया है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sat, 09 Apr 2016 04:22 PM (IST)Updated: Sat, 09 Apr 2016 04:35 PM (IST)
चार बार असफल होने के बाद स्पेस एक्स ने रचा इतिहास

केप केनवरेल। स्पेस-एक्स आखिरकार फिर से इस्तेमाल होने वाले रॉकेट का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण करने में कामयाब रहा। फाल्कन-9 रॉकेट नासा के कार्गो मिशन को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में भेजकर वापस आ गया है। यह ऐतिहासिक लैंडिंग अटलांटिक महासागर में बने कृत्रिम प्लेटफॉर्म पर कराई गई।

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अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए यह ऐतिहासिक पल है। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने स्पेस-एक्स की टीम को बधाई दी है। इस अभियान से जुड़े अरबपति व्यवसायी और स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नोलॉजीज के मालिक एलन मस्क के लिए यह बड़ी सफलता है। वह लंबे समय से सस्ता और फिर से इस्तेमाल हो सकने वाला रॉकेट बनाने में जुटे थे। फाल्कन-9 को शुक्रवार को फ्लोरिडा के केप केनवरेल एयर स्टेशन से स्थानीय समय के अनुसार शाम को 4.43 मिनट पर नासा के कार्गो मिशन के साथ प्रक्षेपित किया गया था।

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तकरीबन ढाई मिनट के बाद स्पेस-एक्स का रॉकेट यान से अलग होकर पृथ्वी की ओर चल पड़ा था। प्रक्षेपण के आठ मिनट बाद फाल्कन-9 केप केनवेरेल से तीन सौ किमी दूर अटलांटिक महासागर में सफलतापूर्वक लैंड किया। मस्क ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि इस सफलता से वह उत्साहित और रोमांचित हैं। इससे पहले चार अभियान असफल रहे थे।

और होंगे दस परीक्षण

फाल्कन-नौ को रविवार को फ्लोरिडा लाया जाएगा। यहां इसका तकरीबन दस बार परीक्षण किया जाएगा। मस्क ने इसे मई में फिर से अभियान पर भेजने की संभावना जताई है। स्पेस एक्सप्लोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि उनके पास 10 अरब डॉलर का ऑर्डर है। फाल्कन-9 ने एक और इतिहास रचा है। इसके जरिये ही आइएसएस के लिए ड्रैगन नामक कैप्सूल को भी अंतरिक्ष में भेजा गया है। यह 3,175 किलो की सामग्री ले गया है। इसमें खाद्य पदार्थो के अलावा पहली बार इनफ्लैटेबल हैबिटेट भी भेजा गया है। इसे जरूरत के मुताबिक बढ़ाया जा सकता है। इससे अंतरिक्ष अनुसंधान में काफी मदद मिलेगी।

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