अमेरिकी सीनेट ने भारतीय मूल के 3 अमेरिकियों को ट्रंप प्रशासन में सौंपे अहम पद
यूएस ने अपनी बौद्धिक संपत्ति में इस वर्ष अपनी प्राथमिकता सूची में भारत को बरकरार रखा है।
वाशिंगटन (प्रेट्र)। अमेरिकी सीनेट ने भारतीय मूल के तीन अमेरिकी नागरिकों को ट्रंप प्रशासन में अहम पद मिला है। सीनेट ने नील चटर्जी को 'फेडरल एनर्जी रेग्युलेटरी कमीशन' के सदस्य के तौर पर चुना है वहीं विशाल अमीन को 'इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी एंफोर्समेंट' के सहायक के तौर पर चुना है। तीसरे नागरिक कृष्णा उर्स को भी पेरु के लिए अमेरिकी राजदूत के तौर पर चुना गया है। 1986 से करियर विदेश सेवा अधिकारी उर्स, निक्की हेली के बाद दूसरे भारतीय अमेरिकी हैं जिन्हें राजदूत पद के लिए ट्रंप प्रशासन द्वारा चुना गया है।
मालूम हो कि, हेली दक्षिण कैरोलिना में गवर्नर के पद पर दो कार्यकाल पूरे कर चुकी हैं। वह किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति प्रशासन में इस पद पर होने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी है। बहरहाल, यूएस ने अपनी बौद्धिक संपत्ति में इस वर्ष अपनी प्राथमिकता सूची में भारत को बरकरार रखा है। हालांकि, भारत ने इसे अमेरिकी का एकतरफा कदम कहा है। बता दें कि विशाल अमीन वर्तमान में हाउस न्यायपालिका समिति के वरिष्ठ वकील हैं।
सदन की न्यायिक समिति के अध्यक्ष कांग्रेसी बॉब गुडलेट ने कहा, "विशाल अमीन हमारे मूल्यवान सदस्य रहे हैं और उन्होंने बुश के प्रशासन काल से ही में घरेलू नीति के सहयोगी निदेशक और वाणिज्य विभाग के सचिव कार्यालय विशेष रूप से सेवा की है।"
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