पाकिस्तान में जमात उद दावा के निशाने पर हैं सुरक्षाकर्मी
मक्की मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता वाले हाफिज सईद का साला है। रिपोर्ट में बताया गया है कि वह अपने सभी कार्यकर्ताओं का समर्थन जुटा रहा है।
लाहौर, प्रेट्र। जमात उद दावा (जेयूडी) के कार्यवाहक प्रमुख अब्दुल रहमान मक्की ने हथियार जुटाने का गुप्त अभियान छेड़ दिया है। यह अभियान पाकिस्तान में सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए छेड़ा गया है। यह जानकारी पंजाब पुलिस के आतंकवाद विरोधी विभाग की रिपोर्ट में दी गई है।
मक्की मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता वाले हाफिज सईद का साला है। रिपोर्ट में बताया गया है कि वह अपने सभी कार्यकर्ताओं का समर्थन जुटा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है, 'जेयूडी अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए हथियार जुटा रहा है। जरूरत पड़ने पर वह कानून प्रवर्तन एजेंसियों के कर्मियों को निशाना बनाएगा। इस उद्देश्य के लिए कोष जुटाया जा रहा है।'
सईद और उसके चार निकटतम सहयोगी अब्दुल्ला उबैद, मालिक जफर इकबाल, अब्दुल रहमान आबिद और काजी काशिफ हुसैन इसी वर्ष 31 जनवरी से नजरबंद हैं। यह कदम आतंकवाद विरोधी कानून के तहत उठाया गया है। सईद की हिरासत की अवधि सितंबर महीने में समाप्त हो जाएगी। पंजाब प्रांत के अधिकारियों ने आतंकी सरगना की हिरासत अवधि 60 दिनों के लिए बढ़ा दी थी। यह अवधि सितंबर में समाप्त हो रही है।
सईद के नजरबंद होने के बाद से मक्की ही जेयूडी का कामकाज संभाल रहा है। मंगलवार को जारी एक बयान में मक्की ने कहा है, 'सईद को अपने ही घर में नई दिल्ली के कैदी की तरह बंद रखा गया है। वह छह महीने से हिरासत में हैं और उनकी हिरासत बढ़ाई गई है जेयूडी इसका पुरजोर विरोध करता है।'
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