रूसी राष्ट्रपति के स्वागत का पाकिस्तान का ख्वाब अभी रहेगा अधूरा
रूस के साथ नजदीकी बढ़ाने की कोशिशों में जुटे पाकिस्तान को जोरदार झटका लगा है। रूसी राष्ट्रपति का अपनी जमीन पर स्वागत करने का उसका ख्वाब फिलहाल पूरा होने की कोई उम्मीद नहीं है।
इस्लामाबाद। रूस के साथ नजदीकी बढ़ाने की कोशिशों में जुटे पाकिस्तान को जोरदार झटका लगा है। रूसी राष्ट्रपति का अपनी जमीन पर स्वागत करने का उसका ख्वाब फिलहाल पूरा होने की कोई उम्मीद नहीं है। रूस ने साफ कर दिया है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पाकिस्तान आने की कोई ठोस वजह नहीं है।
इस्लामाबाद के सामरिक अध्ययन संस्थान में दोनों देशों के संबंधों पर बोलते हुए पाकिस्तान में रूस के राजदूत एलेक्सी देदोव ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि पुतिन के पाकिस्तान आने का मतलब किसी समारोह में शामिल होना नहीं है। पाकिस्तान दौरे के लिए कोई ठोस वजह होनी चाहिए। जैसे ही कोई ठोस वजह सामने आएगी हम इस दिशा में बातचीत आगे बढ़ाएंगे।
डॉन ने देदोव के हवाले से कहा है कि दौरे के लिए आपसी सहयोग के किसी समझौते पर हस्ताक्षर, किसी योजना की तैयारी या फिर अपने संबंधों के विस्तार की घोषणा की तरह कोई मजबूत कारण होने चाहिए। उन्होंने दोनों देशों के बीच भरोसेमंद संबंध नहीं होने पर अफसोस जताते हुए कहा कि पाकिस्तान को एक विश्वसनीय सहयोगी के रूप में दिखना चाहिए। पिछले कुछ सालों में दोनों देशों के बीच सामरिक और आर्थिक क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण समझौते हुए हैं। बीते साल रूस ने पाकिस्तान को एमआइ-35 हेलीकॉप्टर देने पर भी सहमति जताई थी। इसके बाद से शीतयुद्ध काल के परंपरागत प्रतिद्वंद्वियों के संबंध पटरी पर आने की बात कही जा रही थी।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान का आज तक किसी रूसी राष्ट्रपति ने दौरा नहीं किया है। सोवियत संघ के जमाने में भी किसी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया था। हालांकि पुतिन ने अक्टूबर 2012 में इस्लामाबाद आने की योजना बनाई थी। उन्हें तब चार देशों पाकिस्तान, रूस, तजाकिस्तान और अफगानिस्तान के सम्मेलन में हिस्सा लेना था। लेकिन ऐन मौके पर उन्होंने इसे रद कर दिया। उस समय पुतिन के बदले विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव इस सम्मेलन में शामिल हुए थे।
बाद में नॉर्थ-साउथ गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट में दो अरब डॉलर का निवेश करने पर रूस के सहमत होने के बाद पुतिन के आने के कयास लगाए गए। इस प्रोजेक्ट के जरिये कराची से लाहौर लिक्विड गैस पहुंचाने की योजना है। इसका उद्घाटन करने को लेकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पुतिन को न्योता भेजा था।