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25 सालों से पत्ते खा रहा शख्स, कभी नहीं हुआ बीमार

पाकिस्‍तान के पंजाब प्रांत में रहने वाले एक शख्‍स पर गरीबी ने ऐसा हमला किया कि वह पत्‍ते और लकड़ियों को अपना आहार बनाने पर मजबूर हो गया।

By Monika minalEdited By: Published: Sat, 22 Apr 2017 03:39 PM (IST)Updated: Sat, 22 Apr 2017 03:39 PM (IST)
25 सालों से पत्ते खा रहा शख्स, कभी नहीं हुआ बीमार
25 सालों से पत्ते खा रहा शख्स, कभी नहीं हुआ बीमार

इस्‍लामाबाद (आइएएनएस)। गरीबी के कारण पत्‍तों और लकड़ियों को आहार के तौर पर स्‍वीकार करने वाले शख्‍स को अब ऐसी आदत हो गयी है कि पैसे आने के बाद भी वह पत्‍तों और लकड़ियों को ही खाना पसंद करता है।

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पिछले 25 वर्षों से पत्‍ते और लकड़ियों पर जीवनयापन करने को मजबूर गुजरांवाला जिला निवासी महमूद बट के हालात अब बेहतर हो गए हैं पर पत्‍ते खाने की आदत अब भी वैसी ही है। कोई काम न होने के कारण महमूद ऐसा लाचार हो गया था कि उसके पास खाने तक के पैसे न थे और तब उसने सड़कों पर भीख मांगने के बजाए पत्‍ते और लकड़ियों को अपने भोजन के तौर पर चुना।

न्‍यूज इंटरनेशनल के अनुसार, आश्‍चर्य की बात है कि इतने दिनों तक पत्‍ते खाने के बावजूद वह कभी बीमार नहीं हुआ। 50 वर्षीय बट ने बताया, ‘मेरा परिवार बहुत गरीब था। हर चीज हमारी पहुंच से बाहर थी और मेरे लिए भोजन पाना काफी कठिन था इसलिए मैंने सोचा कि भीख मांगने से अच्‍छा है कि मैं पत्‍ते और लकड़ियां खाऊं।‘ कई सालों बाद उसे काम मिला और इतनी आमदनी भी होने लगी कि वह खाने का इंतजाम कर सके पर वह अपने उसी खाने की आदत के साथ रहा। बट ने बताया, ‘अब लकड़ियां और पत्‍ते खाना मेरी आदत बन गयी है। बरगद, ताली जैसे पेड़ों की लकड़ियां मेरी पसंदीदा हैं।‘

बट के पड़ोसियों का कहना है, एक दिन में बट 600 रुपये (पाकिस्‍तानी मुद्रा) कमा लेता है लेकिन उसकी आंखें ताजे पत्‍तियों व शाखाओं पर रहती हैं। बट के एक पड़ोसी गुलाम मोहम्‍मद ने कहा, ‘वह अपनी गाड़ी सड़क किनारे रोक देता है और पेड़ों की ताजा शाखाओं व पत्‍तियों को खाता है। अपनी इस आदत के कारण बट अपने क्षेत्र में पॉपुलर है। वह कभी डॉक्‍टर के पास नहीं गया और हम इसी बात से चकित हैं कि इतने साल लकड़ियों को खाकर कैसे कोई इंसान बीमार नहीं हो सकता है।

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