पाकिस्तान अपने ही पैदा किये मुश्किल को आज झेल रहा है: मनीष तिवारी
पाकिस्तान ने आज तक मानवता विरोधी तत्वों को फंड और सुविधाएं मुहैया कराता आ रहा है और आज वे ही देश को काटने को दौड़ रहे हैं जिस कारण से देश के हालात आज अस्थिर है।
वाशिंगटन (एएनआई)। वरिष्ठ कॉंग्रेस नेता और पूर्व सूचना व प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा है कि पाकिस्तान अपने ही पैदा किये मुश्किलों को आज झेल रहा है और पाकिस्तान के हालात तभी स्थिर हो सकती है जब वह अपनी मिट्टी में पल रहे आतंकवाद को बढ़ने से रोके। पाकिस्तान ने आज तक मानवता विरोधी तत्वों को फंड और सुविधाएं मुहैया कराता आ रहा है और आज वे ही देश को काटने को दौड़ रहे हैं जिस कारण से देश के हालात आज अस्थिर है। मनीष तिवारी सोमवार को वाशिंगटन में अटलांटिक काउंसिल के द्वारा आयोजित कार्यक्रम 'मीडिया डिप्लोमेसी- भारत-पाक वार्ता की चुनौतियां' पर बोल रहे थे।
पाकिस्तान के सीनेटर मुशाहिद हुसैन भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि, 1947 से बंटवारे के बाद से ही भारत और पाक के रिश्तों में कड़वाहट है। 2 जुलाई 1972 में हुए शिमला समझौते का भी उल्लेख किया जिसमें ये कहा गया था कि अब जो भी विवाद होंगे वो द्विपक्षीय होंगे। दोनों देशों के बीच किसी तीसरे देश की हस्तक्षेप की भूमिका नहीं होगी चाहे वह चीन हो या अमेरिका हो।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मीडिया को दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने चाहिए, साथ ही भारत को इस दिशा में पहल करनी चाहिए। इससे पहले भारत के साथ संबंध सुधारने पर जोर देते हुए, पाकिस्तानी सीनेटर मुशाहिद हुसैन ने कहा कि नई दिल्ली और इस्लामाबाद को उनके राजनीतिक नेतृत्व के समर्थन में एक दूसरे के आर्थिक विकास में एक सामरिक भागीदारी होना चाहिए। पाकिस्तानी सीनेटर की ये टिप्पणी उस समय आई है जब पाकिस्तान की तरफ लगातार संघर्ष विराम के उल्लंघन और सीमा पार से घुसपैठ के बाद दक्षिण एशियाई पड़ोसियों के बीच तनाव बढ़ रहा है।
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