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पाकिस्तान ने कटासराज मंदिर का पवित्र जल आडवाणी को भेजा

पाकिस्तान ने सद्भावना दिखाते हुए पंजाब के चकवाल जिले में स्थित कटासराज मंदिर के पवित्र जल का कलश भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भेजा है। आडवाणी 2005 में जीर्णोद्धार कार्य शुरू करने के लिए मंदिर गए थे। भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने गुरवार को मंदिर

By Kamal VermaEdited By: Published: Fri, 08 May 2015 06:09 PM (IST)Updated: Fri, 08 May 2015 07:55 PM (IST)
पाकिस्तान ने कटासराज मंदिर का पवित्र जल आडवाणी को भेजा

नई दिल्ली। पाकिस्तान ने सद्भावना दिखाते हुए पंजाब के चकवाल जिले में स्थित कटासराज मंदिर के पवित्र जल का कलश भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भेजा है। आडवाणी 2005 में जीर्णोद्धार कार्य शुरू करने के लिए मंदिर गए थे। भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने गुरवार को मंदिर के अमर कुंड के पवित्र जल का कलश आडवाणी को भेजा।

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2005 में पाकिस्तान की सरकार ने भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष आडवाणी को देश के पंजाब प्रांत में स्थित कटासराज मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य शुरू करने के लिए आयोजित कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बनने के लिए आमंत्रित किया था। तब से ही आडवाणी मंदिर में चल रहे काम की प्रगति की जानकारी लेते रहे हैं। वे भारत आने वाली हर पाकिस्तानी हस्ती से इस बारे में पूछते रहे हैं।

इस मंदिर में रहे थे पांडव:-

ऐसा कहा जाता है कि महाभारत काल में पांच पांडव भाई 12 वर्ष के निर्वासन के दौरान 4 साल कटासराज मंदिर में रहे थे। हिन्दू पौराणिक गाथाओं के मुताबिक यहां कुंड भगवान शिव के आंसुओं से निर्मित हुआ था। कहा जाता कि भगवान शिव अपनी पत्नी सती की मौत से अत्यंत दुखी हो गए थे। जब सती की मृत्यु हुई तो भगवान शिव ने इतने जोरों से और इतना लंबा क्रंदन किया कि उनके आंसुओं से दो कुंड बन गए। एक कुंड भारत में अजमेर में पुष्कर में बना और दूसरा कुंड केटाक्ष में, जिसका संस्कृत में शाब्दिक अर्थ है आंसुओं का बहना। इसी शब्द से कटास बना है।

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