Move to Jagran APP

पाकिस्तान ने कहा, सईद के खिलाफ ठोस सुबूत दे भारत

भारत ने 2008 में हुए आतंकी हमले की दोबारा जांच कराने और जमात-उद दावा प्रमुख सईद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Thu, 27 Apr 2017 07:11 PM (IST)Updated: Thu, 27 Apr 2017 07:11 PM (IST)
पाकिस्तान ने कहा, सईद के खिलाफ ठोस सुबूत दे भारत
पाकिस्तान ने कहा, सईद के खिलाफ ठोस सुबूत दे भारत

लाहौर, प्रेट्र । पाकिस्तान ने मुंबई पर आतंकी हमले की फिर से जांच कराने की मांग ठुकराते हुए भारत से हाफिज सईद के खिलाफ ठोस सुबूतों की मांग की है। पाकिस्तान ने कहा है कि मामले की सुनवाई अंतिम चरण में है इसलिए अब फिर से जांच संभव नहीं है। सईद को 26/11 हमले का मास्टर माइंड माना जाता है।

loksabha election banner

भारत ने 2008 में हुए आतंकी हमले की दोबारा जांच कराने और जमात-उद दावा प्रमुख सईद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। भारत को भेजे गए जवाब में पाकिस्तान ने पुराना राग अलापा है। दोनों देशों के बीच पत्राचार के लिए अधिकृत गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया, '24 भारतीय गवाहों के बयान दर्ज करने के अलावा मामले में सभी कार्यवाही पूरी हो चुकी है। इस मोड़ पर नए सिरे से जांच संभव नहीं है। यदि भारत मामले का समापन चाहता है तो वह अपने गवाहों को बयान दर्ज कराने के लिए पाकिस्तान भेजे।'

आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता के लिए सईद और उसके चार अन्य साथियों पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का ईनाम घोषित कर रखा है। सईद और उसके चारों साथी पाकिस्तान के आतंकवाद विरोधी कानून के तहत लाहौर में 30 जनवरी से नजरबंद हैं।

जमात-उद दावा के प्रमुख को इससे पहले मुंबई हमले के बाद नजरबंद किया गया था। लश्कर के 10 आतंकियों द्वारा किए गए इस हमले में 166 लोग मारे गए थे। वर्ष 2009 में एक अदालत ने ठोस सुबूत के अभाव में उन्हें बरी कर दिया था।

भारत को भेजे गए जवाब की जानकारी देते हुए गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, 'भारत ने अपने डोजियर में केवल यही उल्लेख किया है कि हमले में एकमात्र जीवित बचा आतंकी अजमल कसाब हाफिज सईद से मिला था। हजारों लोग सईद से मिलते हैं। इससे कुछ भी साबित नहीं होता है। पाकिस्तान सईद के खिलाफ 26/11 मामला चलाना चाहता है। भारत इस दिशा में उसके खिलाफ हमें ठोस सुबूत मुहैया करा दे।'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.