ओबामा का प्रण आइएस को करेंगे खत्म
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कैलिफोर्निया हमले के बाद आतंकी संगठन आइएस के खिलाफ सख्त रुख दिखाया है। उन्होंने आइएस को खत्म करने का प्रण किया है। ओबामा ने कहा है कि आतंक का नया चरण जो हमारे और दुनियाभर के लोगों के मन में जहर पैदा करना चाहता है,
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कैलिफोर्निया हमले के बाद आतंकी संगठन आइएस के खिलाफ सख्त रुख दिखाया है। उन्होंने आइएस को खत्म करने का प्रण किया है। ओबामा ने कहा है कि आतंक का नया चरण जो हमारे और दुनियाभर के लोगों के मन में जहर पैदा करना चाहता है, को हम परास्त करेंगे।
पढ़ेंः ISIS का इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं, आतंकवाद फैलाना ही मकसद: ओबामा
व्हाइट हाउस के ओवल आफिस से राष्ट्र को संबोधित करते हुए ओबामा ने कहा कि आतंकवाद से खतरा वास्तविक है लेकिन अमेरिका इसे पराजित करेगा। उन्होंने कहा कि हमें नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वाले आइएस और अन्य संगठन को हम खत्म कर देंगे। हमारी सफलता केवल सख्त बातों पर निर्भर नहीं होगी। हालांकि उन्होंने इसके लिए सीरिया और इराक में बड़े पैमाने पर सेना भेजने से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि आइएस के खिलाफ उनकी रणनीति को सेना के कमांडरों, आतंकरोधी विशेषज्ञों और अमेरिका के साथ आतंकी संगठन को निशाना बना रहे 65 देशों ने तैयार किया और समर्थन दिया है। ओबामा ने कहा कि हम फिर इराक या सीरिया की तरह लंबे और खर्चीले युद्ध नहीं चाहते।
पढ़ेंः पाकिस्तान तक पहुंची कैलिफोर्निया हमले की जांच
नई रणनीति
ओबामा ने कहा कि अब हम हवाई हमले, विशेष बलों की तैनाती और आइएस के खिलाफ लड़ने वाले देशों की सेना के साथ मिलकर करने की रणनीति इस्तेमाल कर रहे हैं। अमेरिकी सेना किसी भी देश में जहां जरूरत होगी, आतंकी साजिश करने वालों को पकड़ेगी। उन्होंने कहा कि फ्रांस, जर्मनी और इंग्लैंड हमारे सैन्य अभियान में योगदान दे रहे हैं। इससे हम आइएस के खिलाफ अभियान को तेज करने में मदद मिलेगी। दूसरे, हम आइएस के खिलाफ लड़ रहे इराक और सीरिया की सेना को प्रशिक्षण और साजोसामान देंगे। ताकि वे वहां उसके सुरक्षित पनाहगाहों पर कब्जा करें। इन दोनों देशों में अमेरिका विशेष अभियान बलों की तैनाती करेगा जो आक्रमण तेज करेंगे। तीसरे, हम सहयोगी देशों के साथ मिलकर आइएस के अभियानों, वित्तीय सहायता और भर्ती को रोकने का काम कर रहे हैं। हम लगातार अपनी रणनीति की समीक्षा करेंगे और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त कदम उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में आतंकी खतरे का नया चरण विकसित हुआ है। इराक और सीरिया में अराजकता के कारण आइएस जैसे आतंकी संगठन मजबूत हुए हैं। इसके अलावा इंटरनेट ने देशों के बीच दूरियां कम कर दी है। इंटरनेट के जरिये आतंकवादी बोस्टन मैराथन विस्फोट और कैलिफोर्निया हमले के लिए लोगों के मन में जहर भर रहे हैं। इस संदर्भ में कैनिफोर्निया हमलावर दंपती को कट्टरपंथी बनाने का भी उल्लेख किया।
आइएस इस्लाम विरोधी
ओबामा ने कहा कि आइएस इस्लाम की भाषा नहीं बोलता है। उन्होंने दुनियाभर के मुसलमानों से उसके सिद्धांतों को खारिज करने की अपील की। उन्होंने कहा कि आइएस ठग और हत्यारा है। वह मौत के पंथ का हिस्सा है। उसके साथ दुनियाभर के करोड़ों मुसलमानों का मात्र अंश भर है। उन्होंने साथ ही कहा कि अमेरिकी मुसलमानों के भिन्न नजरिये से देखने के प्रस्ताव को खारिज करना हमारा दायित्व है।
पढ़ेंः आतंकी हमले में अदन के गवर्नर की मौत, IS ने ली हमले की जिम्मेदारी