रोमनी की कंपनियां भारत भेजती हैं नौकरियां
वाशिंगटन। राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार मिट रोमनी की कंपनी द्वारा नौकरियों को आउटसोर्स करने की जानकारी सामने आने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। ओबामा ने कहा कि ओवल आफिस [अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक कार्यालय] को ऐसे लोगों की जरूरत नहीं है ज
वाशिंगटन। राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार मिट रोमनी की कंपनी द्वारा नौकरियो को आउटसोर्स करने की जानकारी सामने आने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। ओबामा ने कहा कि ओवल आफिस [अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक कार्यालय] को ऐसे लोगों की जरूरत नहीं है जो नौकरियों को विदेश में भेज रहे हैं।
'द वाशिंगटन पोस्ट' अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि रोमनी की कंपनियां भारत एवं चीन को नौकरियां भेजने में सबसे आगे हैं। फ्लोरिडा में चुनावी अभियान के दौरान इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए ओबामा ने कहा, हमें ऐसे राष्ट्रपति की जरूरत है जो अमेरिकियों की नौकरी और देश में ही विनिर्माण को बढ़ावा दे। यही हमारी नीति है। इसलिए मैं दोबारा राष्ट्रपति बनने के लिए चुनाव लड़ रहा हूं। अखबार ने कहा है कि रोमनी की वित्तीय कंपनी बेन कैपिटल ने कई फर्मो में निवेश कर रखा है, जो अमेरिकी श्रमिकों की नौकरियों को कम मजदूरी वाले देशों जैसे भारत और चीन को भेज रही हैं। स्टेफेनी द्वारा लिखे गए इस लेख में कहा गया है कि यह [रोमनी] वही शख्स हैं जो चुनाव अभियान के दौरान अमेरिकियों के लिए नौकरी को संरक्षित करने की बात कहते हैं। अब हमें पता चला है कि रोमनी और उनके साझेदारों ने अमेरिकी नौकरियों को विदेश में भेजकर करोड़ों रुपये कमाए हैं।
रोमनी का आउटसोर्सिग का समर्थन करना सिर्फ निजी क्षेत्र के लिए नहीं है। मैसाच्युसेट्स के गवर्नर रहने के दौरान उन्होंने उस विधेयक पर वीटो कर दिया था जो कंपनियों को राज्य की नौकरियों को विदेश भेजने पर रोक लगाता था।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर