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अब अमेरिका में सीरियाई शरणार्थियों को लेकर विरोध, ओबामा ने कहा शर्मनाक

यूरोपीय देशों और कनाडा के बाद अब अमेरिका में सीरियाई शरणार्थियों को आश्रय देने का विरोध हुआ है। पेरिस हमले के बाद रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं और गवर्नरों ने ओबामा प्रशासन से सीरियाई शरणार्थियों के प्रवेश को रोकने को की मांग की है।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2015 05:15 PM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2015 05:25 PM (IST)
अब अमेरिका में सीरियाई शरणार्थियों को लेकर विरोध, ओबामा ने कहा शर्मनाक

वाशिंगटन। यूरोपीय देशों और कनाडा के बाद अब अमेरिका में सीरियाई शरणार्थियों को आश्रय देने का विरोध हुआ है। पेरिस हमले के बाद रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं और गवर्नरों ने ओबामा प्रशासन से सीरियाई शरणार्थियों के प्रवेश को रोकने को की मांग की है। गौरतलब है कि अमेरिका की 2016 में 10 हजार सीरियाई शरणार्थियों को आश्रय देने की योजना है।

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अमेरिकी विदेश विभाग का कहना है कि वह इस योजना पर कायम रहेगा। जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस विरोध को शर्मनाक बताया है। उनका कहना है कि आतंकवाद की समस्या को शरणार्थी संकट ने नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

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रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों और करीब 24 राज्यों के गवर्नरों ने शरणार्थी योजना का विरोध किया। उन्होंने कहा कि पेरिस हमले के बाद शरणार्थियों को प्रवेश की इजाजत देना बहुत खतरनाक है।

रिपब्लिकन सांसदों ने अमेरिकी संसद में योजना के लिए धन को रोकने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पेरिस के एक हमलावार के शव के पास सीरियाई पासपोर्ट मिलने के बाद यह विरोध शुरू हुआ। लुसियाना के गवर्नर बॉबी जिंदल ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को हाल ही में उनके राज्य में आए एक सीरियाई शरणार्थी की निगरानी करने का आदेश दिया है।

न्यू हैम्पशायर की डेमोक्रेट गवर्नर मैगी हसन ने भी सीरियाई शरणार्थियों के विरोध का समर्थन किया है। हालांकि अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि सीरियाई शरणार्थियों को उच्च स्तरीय सुरक्षा जांच के बाद प्रवेश दिया जाएगा।

संयुक्त राष्ट्र ने कहा, विरोध अनुचित

संयुक्त राष्ट्र ने सीरियाई शरणार्थियों के प्रवेश को लेकर हो रहे विरोध को अनुचित बताया है। संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता ने कहा कि आतंकवाद से अपने नागरिकों की सुरक्षा की उनकी चिंता को समझा जा सकता है। लेकिन शरणार्थी खुद हिंसा का शिकार हो घर छोड़ रहे हैं। इसलिए उनका विरोध करना सही तरीका नहीं है।

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