फीलगुड खबर-अब कॉर्निया के प्रत्यारोपण से मिलेगी मुक्ति
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने आखों की बीमारी से निपटने का नया और आसान तरीका ईजाद करने का दावा किया है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। कॉर्निया की समस्या से जूझ रहे पीडि़तों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें कॉर्निया के प्रत्यारोपण से मुक्ति मिल सकती है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने आखों की बीमारी से निपटने का नया और आसान तरीका ईजाद करने का दावा किया है। इसे डेसमेट स्टि्रपिंग का नाम दिया गया है।
शिकागो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक कॉल्बी के नेतृत्व में शोधकर्ताओं के एक दल ने यह उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। उन्होंने बताया कि कॉर्निया के अंदर से कोशिका के कुछ वर्ग मिलीमीटर हिस्से को हटाने से ट्रांसप्लांट के झंझट से मुक्ति मिल सकती है। प्रभावित हिस्से से कोशिका के सिर्फ एक परत को हटाने से कॉर्निया सही तरीके से काम करने लगता है।
इसकी मदद से फुक्स एंडोथेलियल डायस्ट्रॉफी (एफईडी) के हर चार पीडि़तों में से तीन के आंखों की रोशनी लौटने का दावा किया गया है। एफईडी के पीडि़तों की कॉर्निया में पानी भर जाता है। ऐसा पंपिंग सेल्स की कार्यप्रणाली में गड़बड़ी आने की वजह से होता है। खराब सेल्स को निकालने पर स्वस्थ कोशिका उनका स्थान ले लेते हैं। ये कोशिकाएं पंपिंग सेल्स की भांति काम करने लगते हैं। ऐसे में कॉर्निया के ऊपरी हिस्से में तरल पदार्थ का जमाव नहीं होता है। एफईडी के चलते पीडि़त स्पष्ट नहीं देख पाता है। समय पर इलाज नहीं होने पर पीडि़त व्यक्ति दृष्टिहीनता का भी शिकार हो सकते हैं।
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