नए मॉडल से होगी अन्य ग्रहों पर जीवन की पहचान
शोधकर्ताओं ने सौर मंडल से बाहर ग्रहों पर जीवन का पता लगाने का एक प्रभावशाली मॉडल खोज निकाला है। इसके नतीजे पूर्ववर्ती मॉडल्स के मुकाबले में अत्यधिक सटीक होंगे।
लंदन। शोधकर्ताओं ने सौर मंडल से बाहर ग्रहों पर जीवन का पता लगाने का एक प्रभावशाली मॉडल खोज निकाला है। इसके नतीजे पूर्ववर्ती मॉडल्स के मुकाबले में अत्यधिक सटीक होंगे।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन [यूसीएल] के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित इस नए मॉडल में मीथेन गैस पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। संभावित जीवन के साक्ष्यों की पहचान के रूप में मीथेन का अध्ययन किया जाता है। यूसीएल और न्यू साउथ वेल्स के शोधकर्ताओं ने गर्म मीथेन के लिए नया स्पेक्ट्रम विकसित किया है, जिसका इस्तेमाल 1220 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पर मॉलिक्यूल्स का पता लगाने के लिए किया जा सकता है। ऐसा इससे पहले संभव नहीं था। इससे सौर मंडल के बाहर अन्य ग्रहों के संगठनात्मक अवयवों का पता लगाया जा सकेगा। शोधकर्ता उस तरीके का अध्ययन करेंगे, जिसके जरिए ग्रह अपने सूर्य की रोशनी को किस रूप और रंग में ग्रहण करते हैं।
यूसीएल डिपार्टमेंट ऑफ फिजिक्स एंड एस्ट्रोनोमी के प्रोफेसर जोनाथन टेनीसन ने कहा, अन्य ग्रहों पर जीवन का पता लगाने के मौजूदा मॉडल अधूरे हैं। इनसे ग्रहों पर मीथेन के स्तर का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। जर्नल पीएनएएस में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, शोधकर्ता इसके तहत ब्रिटेन के अत्याधुनिक सुपर कंप्यूटर का इस्तेमाल करेंगे। यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज द्वारा चलाए जा रहे इस प्रोजेक्ट के तहत दस अरब स्पेक्ट्रम लाइंस का अध्ययन किया जाएगा। ये सभी लाइंस अलग-अलग रंगों की होंगी, जिसमें मीथेन सूरज की रोशनी अवशोषित करती है। स्पेक्ट्रम लाइंस की यह सूची पूर्ववर्ती सूची से दो हजार गुना बड़ी है। जिसका अर्थ है कि यह दूसरे ग्रहों पर जीवन के संबंध में ज्यादा सटीक जानकारियां मुहैया करा सकती है।